Income Tax Slab In Budget 2024 : अंतरिम बजट नाम जैसा ही था. हालांकि उम्मीदें बहुत थीं. खास कर सैलरीड क्लास को. इनकम टैक्स में कुछ छूट मिलेगी और जेब भरेगी. कई जानकार बता रहे थे कि महंगाई से लड़ने के लिए जेब में ज्यादा कैश जरूरी है, इसलिए निर्मला सीतारमण टैक्स रिबेट देंगी.सरकारी खर्चों के हिसाब-किताब का लेखा-जोखा यानी बजट गुजर चुका है.नीरस होगा पर इतना होगा उम्मीद नहीं थी. जीएसटी के आने और रेल बजट खत्म होने से रोमांच घटा है लेकिन हम जैसे सैलरी वाले तो टकटकी लगाए रखते हैं. हमसे ज्यादा कमाने लेकिन टैक्स न देने वाले शायद इनकम टैक्स स्लैब के बारे में जानते भी नहीं होंगे. पर, हमें इंतजार रहता है. ये इंतजार 2017 से जारी है. सात साल हो गए. तब अरुण जेटली ने 2.5 लाख से पांच लाख के बीच की कमाई पर टैक्स घटाया था. उसके बाद स्लैब नहीं बदला. 2019 के बजट में पीयूष गोयल ने स्टैंडर्ड डिडक्शन 10 हजार बढ़ाकर 50 हजार कर दिया और पांच लाख तक की आय पर फुल टैक्स रिबेट दे दिया. ये भी अंतरिम बजट था. आज भी अंतरिम बजट था. इस बार नरेंद्र मोदी की तीसरी परीक्षा है. तो लोकसभा चुनाव से पहले उम्मीदें थीं. तार-तार हो गईं. मोदी का आत्मविश्वास भारी पड़ गया. इसे भरोसा भी कह सकते हैं. देश की जनता या कहिए वोटरों पर भरोसा. इसके आगे सवा तीन करोड़ इनकम टैक्स देने वाले कहां टिकते हैं. और इनकी भी उम्मीदें ही खत्म हुई है, भरोसा तो मोदी पर ही है. विचित्र स्थिति है. भाजपा को मालूम है हमारी मायूसी का लेश मात्र असर भी जनादेश पर नहीं पड़ने वाला.
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