नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल को लेकर खींचतान अभी भी जारी है। रविवार शाम मोदी समेत कुल 72 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के 24 घंटे भी नहीं बीते हैं कि महाराष्ट्र में सीएम एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में मंत्रिमंडल को लेकर नाराजगी सामने आ गई है। शिंदे गुट के नेता श्रीरंग बारने ने कहा कि कम से कम हमें भी एक कैबिनेट मंत्री पद चाहिए।
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के मंत्रिमंडल पर सवाल उठाते हुए बारने ने कहा कि 4-5 सीट जीतकर आने वाली पार्टियों को कैबिनेट दिया गया है। महाराष्ट्र में हमने तो 7 सीटें जीती हैं, ऐसे में कम से कम हमें भी एक कैबिनेट तो मिलना ही चाहिए। बारने पुणे की मावल लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना बीजेपी की सबसे पुरानी सहयोगी रही है, ऐसे में हमें भी कैबिनेट मिलनी चाहिए थी।
शिंदे गुट के नेता प्रतापराव जाधव ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है। जाधव शिंदे गुट से इकलौते ऐसे नेता है जिन्हें मंत्री बनाया गया है। जाधव महाराष्ट्र की बुलढाणा लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं। जाधव के लिए यह चौथा मौका है कि जब वो बुलढाणा की सीट से सांसद चुने गए हैं। जाधव ने अपनी राजनीति की शुरुआत सरपंच से शुरू की थी और अब उन्हें मंत्री बनाया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह अजित पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने कैबिनेट मंत्री पद की मांग पर जोर देते हुए राज्य मंत्री का पद ठुकरा दिया। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी हाईकमान की ओर से एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का ऑफर दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि वो पहले कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं ऐसे में राज्य मंत्री का पद उनके लिए सूटेबल नहीं रहेगा।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना और एनसीपी ने साथ चुनाव लड़ा है। चुनाव में तीनों ही पार्टियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। बीजेपी को 9 सीटों पर ही जीत हासिल हुई है, जबकि शिंदे गुट की शिवसेना के खाते में 7 सीटें आई हैं। वहीं, अजित पवार की गुट की एनसीपी मात्र एक सीट पर जीत हासिल की है। दूसरी ओर से कांग्रेस 13 सीट जीती है जबकि उसकी गठबंधन में उसकी सहयोगी रही उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना की झोली में 9 सीटें आई हैं।
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