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दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल साइट की बदलेगी सूरत

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भलस्वा लैंडफिल साइट पर बांस रोपण अभियान की शुरुआत की।

देवेंद्र सिंह तोमर

नई दिल्ली,मेट्रो मीडिया। दिल्ली सरकार ने स्वच्छ, हरित और प्रदूषण मुक्त दिल्ली की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। मंगलवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भलस्वा लैंडफिल साइट पर बांस रोपण अभियान की शुरुआत की। इसे दिल्ली सरकार के प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण सुधार के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। इस दौरान उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि यह कदम पिछले दो सालों में किए गए कठिन प्रयासों का परिणाम है, जिसमें जमीन को खाली किया गया और आज 2000 बंबू के पौधे लगाए गए। अगले डेढ़ महीने में लगभग 54,000 पेड़ लगाए जाने का लक्ष्य है, जिससे इस इलाके को एक हरा-भरा ग्रीन पैच बनाया जाएगा।

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि बंबू के पौधे जानबूझकर लगाए गए हैं क्योंकि यह पौधा 30 प्रतिशत अधिक ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है, जो दिल्ली जैसे प्रदूषित शहर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि बंबू कम पानी का उपयोग करता है और तेजी से बढ़ता है, जिससे इसे लगाने से प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। उपराज्यपाल ने यह भी बताया कि एक साल के अंदर ये बंबू पौधे 20-25 फीट तक ऊंचे हो जाएंगे और दिल्ली की सूरत बदल जाएगी। इस परियोजना के अंतर्गत, दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कई और कदम उठाए जा रहे हैं। उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री और मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सरकार का वादा है कि दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त किया जाएगा।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस परियोजना के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करते हुए कहा कि पिछले कई महीनों से इस प्रोजेक्ट पर काम किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकारों ने केवल बातों तक ही सीमित रहकर काम किया, जबकि इस सरकार ने वास्तविक काम करके दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत केंद्रीय सरकार का भी सहयोग प्राप्त हुआ है और लाखों टन मटेरियल का उपयोग विभिन्न कार्यों में किया गया है।

रेखा गुप्ता ने इस कार्य को महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह दिल्ली के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है, और आने वाले समय में इस ग्रीनलैंड का अधिकतम विकास होगा। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली को साफ और सुंदर बनाने के लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है, और डबल इंजन की सरकार इसे तेज गति से लागू करेगी। इस पहल का उद्देश्य दिल्ली को एक प्रदूषण मुक्त और हरा-भरा शहर बनाना है, और इसके लिए सरकार ने आज से ही पहला कदम उठाया है।

बता दें कि भलस्वा लैंडफिल साइट दिल्ली के प्रमुख कचरा डंपिंग स्थलों में से एक है, जो वर्षों से प्रदूषण और पर्यावरणीय संकट का कारण बनी हुई है। इस समस्या को हल करने के लिए दिल्ली सरकार और नगर निगम मिलकर बायोमाइनिंग और लैंड रिक्लेमेशन जैसे उपायों पर काम कर रहे हैं। इस दिशा में बांस रोपण एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि बांस की तेजी से बढ़ने की क्षमता इसे प्रदूषण नियंत्रण, कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण और मिट्टी के संरक्षण के लिए आदर्श बनाती है।

दिल्ली सरकार के अनुसार, ‘विकसित भारत 2047’ के तहत भलस्वा, गाजीपुर और ओखला लैंडफिल साइटों पर बायोमाइनिंग और भूमि सुधार की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य कचरे के पहाड़ों को हटाकर इन स्थानों को हरित क्षेत्र में परिवर्तित करना है। इस प्रक्रिया में बांस रोपण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, क्योंकि यह हवा की गुणवत्ता को सुधारने और मिट्टी के कटाव को रोकने में मदद करेगा।

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