छात्रा का कत्ल: जंगल में जलाई लाश… एक साल पहले हुई थी दोस्ती; सनकी कातिल ने बताई हत्या की चौंकाने वाली वजह
राजधानी दिल्ली में सिरफिरे युवक ने छात्रा की हत्या कर शव जंगल में जला दिया। आरोपी ने जहांगीरपुरी से बुलाकर छात्रा की हत्या की। पुलिस ने कातिल की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया है।
देश की राजधानी दिल्ली से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। एक सिरफिरे युवक ने छात्रा की मर्डर कर शव महरौली के जंगल में जला दिया। मृतक बीए प्रथम वर्ष की छात्रा घर से कॉलेज जाने की बात कर रविवार को निकली थी। आरोपी ने उसे जहांगीरपुरी से बुलाया और चाकू से गोद डाला। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित जंगलों में एक सिरफिरे युवक अर्शकीरत (22) ने रविवार दोपहर डीयू की छात्रा (18) महक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। इसके बाद युवती की लाश को जलाने की भी कोशिश की। पुलिस के मुताबिक परिवार के कहने पर युवती के दूरी बनाने से नाराज हत्यारोपी ने वारदात को अंजाम दिया। सोमवार को शव बरामद करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि रविवार को सुबह 8.00 बजे घर से कॉलेज जाने की बात कर महक निकली थी। दोपहर करीब ढाई बजे अर्श के पिता ने महक की मां प्रीति के मोबाइल पर कॉल कर बताया कि उनकी बेटी ने दो युवक बुलवाकर उनके बेटे को चाकू मारे हैं। पीछे से अर्श की आवाज आई कि उसने भी महक को चाकू मारे हैं।
पूछने पर आरोपी ने कुतुबमीनार के एक पार्क में चाकू मारने की बात बताई। अर्श के खुलासे के बाद परिवार बुरी तरह डर गया। बेटी का मोबाइल भी बंद आ रहा था। प्रीति अपने पति राकेश को लेकर महरौली थाने पहुंची। वहां उन्होंने बेटी की गुमशुदगी और अर्श के पिता ने जो उन्हें सूचना दी वह खबर भी दी।
एक साल पहले हुई थी दोस्ती
महक डीयू एसओएल से बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। उसकी शनिवार और रविवार को क्लास होती थी। अर्श परिवार के साथ रानीबाग इलाके में रहता था। वह भी डीयू एसओएल में प्रथम वर्ष का छात्र है। दोनों की एक साल पहले कहीं मुलाकात हुई थी। दोनों की दोस्ती हुई थी। महक के परिजनों को अर्श पसंद नहीं था। मूलरूप से मथुरा, यूपी की रहने वाली महक जहांगीरपुरी में रहती थी। परिवार में पिता राकेश कुमार, मां के अलावा एक बड़ी बहन है।
18 घंटे तक तलाशते रहे बेटी को
दो पुलिसकर्मी प्रीति और राकेश के साथ महक को 18 घंटे तक तलाशते रहे लेकिन उसका पता नहीं चला। संजय वन के जंगल भी उसे तलाशा गया लेकिन पता नहीं चला। इस दौरान अर्श से भी वीडियो कॉल पर बातचीत की गई लेकिन वह इधर-उधर घुमाता रहा। पुलिस कर्मी लौट गए। दोबारा तलाशने की बात पर महक के परिजनों से बदसलूकी भी की गई। इस बीच थाना प्रभारी पहुंचे तो उन्होंने रात में ही तीन टीमें गठित कीं और सुबह अर्श को रानीबाग से उठा लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसकी निशानदेही पर महक का आधा जला शव संजय वन से बरामद हो गया।
सीसीटीवी ने वारदात का खुलासा
परिजनों के जोर देने पर पुलिस ने जब संजय वन के गेट नंबर-5 पर लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो पता चला कि अर्श सुबह 8.30 बजे वहां पहुंच गया था। 9.45 बजे महक भी वहां पहुंची। दोनों अंदर चले गए। इसके बाद दोपहर करीब 12.57 बजे आरोपी जख्मी हालत में अकेला आता हुआ दिखा। इसके आधार पर पुलिस ने उसे घर से दबोच लिया।
तो पहले से ही मन बना लिया था
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बताया कि अपने साथ चाकू और पेट्रोल लेकर संजय वन पहुंचा था। बातचीत के दौरान महक को मनाने की कोशिश की जब वह नहीं मानी तो हमला कर दिया। अर्श ने बताया कि उसकी हत्या कर शव जलाने का प्रयास किया। बाद में जख्मी हालत में वह रोहिणी के एक अस्पताल पहुंचा और इलाज कराया। बाद में घर पहुंचा तो उसके पिता ने महक की मां को कॉलकर सारी बात बताई।
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