पहली मंजिल पर पहुंचकर आग पर काबू पाया गया। दूसरी मंजिल पर धुआं निकलने की कोई जगह नहीं थी। दमकलकर्मियों ने दीवार तोड़कर वहां वेंटिलेशन बनाया। उसके बाद काम शुरू हुआ। दूसरी मंजिल पर पायल, अमनदीप, आयुषी और रवि अचेत हालत में मिले।
उन्हें डीडीयू और गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल भेजा गया जहां चारों को मृत घोषित कर दिया गया जबकि संदीप को सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। धुएं की वजह से उसके फेफड़ों को काफी क्षति पहुंची है।
पांचों लोग दूसरी मंजिल पर खा रहे थे खाना
गोदाम में भारी मात्रा में टीवी, फ्रिज और अन्य सामान रखे गए थे। ग्राउंड फ्लोर से पहली और दूसरी मंजिल के लिए अंदर से ही सीढ़ियां ऊपर जा रही थी। वहां हवा आने-जाने का कोई रास्ता नहीं था। आग लगने के समय सभी पांचों लोग दूसरी मंजिल स्थित गोदाम में खाना खा रहे थे जिसे कारण वह फंस गए।
शोरूम में काम करने वाले एक युवक ने बताया कि अमनदीप वहां कैशियर थी जबकि रवि सेल्समैन था। पायल और आयुषी भी सेल्स टीम का हिस्सा थीं। पुलिस बाकी स्टाफ से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है, जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। क्राइम टीम व एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।-विचित्र वीर, पुलिस उपायुक्त, पश्चिम जिला
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