दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ड्रग्स सप्लाई करने वाले दो नाइजीरियाई नागरिक और महिला समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को दिल्ली, ग्रेनो और बेंगलुरु से पकड़ा गया है। इनके कब्जे से लगभग 21 करोड़ रुपये के मूल्य का 7 किग्रा मेथमफेटामाइन बरामद की गई है।
टोबी डेको ने बताया कि सिंडिकेट का सरगना नाइजीरिया में रहता है और उसे दिल्ली में रहने वाली अफ्रीकी महिला के जरिए डिलीवरी मिलती है। टोबी डेको की निशानदेही पर दिल्ली के छतरपुर इलाके में उसके किराए के कमरे से 865 ग्राम मेथामफेटामाइन बरामद किया गया। इसके बाद बेंगलुरू से फातिमा उर्फ नेहा और मोहम्मद ज़हीद उर्फ फिरोज को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पुलिस ने ग्रेनो के सेक्टर-1 से चिकवाडो नाके किंग्सले को गिरफ्तार कर लिया।
डेड ड्राॅप्स का इस्तेमाल करते थे आरोपी
आरोपियों से पूछताछ में पता लगा कि वह डेड ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते थे। ये ड्रग्स को झाड़ियों या सड़क किनारे किसी सुनसान जगह पर गिरा देते थे। पकड़े जाने से बचने के लिए प्राप्तकर्ता के साथ तस्वीर और स्थान साझा किया जाता था। कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए गैर-व्यावसायिक मात्रा (50 ग्राम से कम) में बेचते थे। 2024 में उसके सिंडिकेट के कई तस्करों को केरल पुलिस ने 3 अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया था। आरोपी टोबी डेको ने खुलासा किया कि वह 2018 में छात्र के रूप में भारत आया था और बेंगलुरु में ड्रग्स बेचने लगा था।
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