पेटीएम में इन दिनों छंटनी का दौर चल रहा है। अब कुछ लोगों के लिए ये संकट का समय हो सकता है, तो कुछ के लिए कुछ नया करने का मौका, क्योंकि इसकी मिसाल भी पेटीएम के कुछ एम्प्लॉइज दे चुके हैं। पेटीएम के कई एम्प्लॉइज ऐसे हैं जिनकी नौकरी बीते सालों में गई है और आज वह 22 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों के मालिक हैं। इतना ही नहीं इनकी टोटल वैल्यूएशन 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है। क्या आप जानते हैं इनके बारे में…? पेटीएम के एक्स एम्प्लॉइज ने बीते कुछ सालों में जिन स्टार्टअप की खोज की, उनमें पॉकेट एफएम, पार्क+, इंडिया गोल्ड, जूनियो, क्लियरदेख,जेनवाइज क्लब, योहो और दालचीनी इत्यादि शामिल हैं।
प्राइवेट सर्किल की एक खबर के मुताबिक पॉकेट एफएम के फाउंडर रोहन नायक हैं, जो एक समय में पेटीएम के प्रोडक्ट मैनेजर होते थे। इसी तरह हाउसिंग सोसायटी से लेकर मॉल्स में पार्किंग मैनेज करने वाले अमित लखोटिया एक समय में पेटीएम वॉलेट के बिजनेस हेड थे। इंडिया गोल्ड के फाउंडर दीपक एबॉट जहां पेटीएम में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट थे, तो वहीं उनके को-फाउंडर नितिन मिश्रा पेटीएम पोस्टपेड के बिजनेस हेड हुआ करते थे।
पेटीएम के पुराने कर्मचारियों ने कुछ अनोखी कंपनियां भी बनाई हैं। इसमें स्टूडेंट्स के लिए डिजिटल पॉकेट मनी प्लेटफॉर्म बनाने वाली जूनियो, ऑडियो डेटिंग प्लेटफॉर्म Frn, आईवियर ब्रांड क्लियर देख, बुजुर्गों के लिए ऑनलाइन क्लब ‘जेनवाइज क्लब’, फुटवियर ब्रांड योहो, वेंडिंग मशीन स्टार्टअप दालचीनी और साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्रैटिकल टेक शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर कहते हैं कि लोगों को जॉब करने वाले की बजाय, जॉब देने वाला बनना चाहिए। इन सभी स्टार्टअप्स के फाउंडर ने ऐसा करके दिखाया है। इन 22 स्टार्टअप की टोटल वैल्यूएशन जहां 10,668 करोड़ रुपए है, वहीं इन्होंने 2,500 से अधिक लोगों को नौकरी दी है। इसमें टॉप पर पॉकेट एफएम, पार्क+ और इंडिया गोल्ड हैं।
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