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Delhi Crime: राष्ट्रीय स्तर के वॉलीबॉल खिलाड़ी के साथ मिलकर चचेरे भाई की दुकान लूटी, 24 घंटे में गिरफ्तार

समयपुर बादली में पैसे की जरूरत को पूरा करने के लिए एक युवक ने दोस्तों के साथ मिलकर चचेरे भाई की ज्वेलरी की दुकान में लूटपाट की। बदमाश दुकान से दस सोेने की चेन लूटकर भाग गए। पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए घटना के 24 घंटे के अंदर पीड़ित के दो चचेरे भाइयों विशाल और मनीष के साथ सुमित को गिरफ्तार कर लिया। सुमित राष्ट्रीय स्तर का वालीबॉल खिलाड़ी है और नरेला में हत्या के एक मामले में शामिल है। पुलिस ने इनके कब्जे से 15 लाख कीमत की दस सोने की चेन, मोबाइल र 10,000 रुपये नकद बरामद किए हैं।

बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी स्वामी ने बताया कि 4 अक्तूबर को पुलिस को रोहिणी सेक्टर-18 स्थित ज्वेलरी की दुकान में लूटपाट की सूचना मिली। मौके पर पुलिस को शिकायतकर्ता बादली निवासी अनिल कुमार मिले। उन्होंने पुलिस को बताया कि बदमाश उनकी आंखों में मिर्च स्प्रे छिड़ककर करीब दस सोने की चेन लूटकर भागे हैं। वह सोनी ज्वैलर्स के नाम से एक ज्वेलरी की दुकान चलाते हैं।

पीड़ित ने बताया कि दोपहर में वह दुकान में मौजूद थे। करीब डेढ़ बजे उनका चचेरा भाई बहादुरगढ़ हरियाणा निवासी विशाल एक साथी के साथ उनकी दुकान पर आया। उसने अनिल से कुछ सोने की चेन दिखाने को कहा और कहा कि उसका दोस्त सोने की चेन खरीदना चाहता है। पीड़ित ने काउंटर पर 10-11 सोने की चेन वाली ट्रे रख दी। कुछ समय बाद विशाल मोबाइल पर बात करते हुए दुकान से बाहर चला गया जबकि उसका साथी उनकी आंखों पर मिर्च स्प्रे कर सभी सोने की चेन लूटकर भाग गया।

थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह जाखड़ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। इसमें बदमाश वारदात के बाद कार से भागते हुए दिखे। बदमाशों के परिचित होने की वजह से पुलिस ने तकनीकी जांच करते हुए घटना के 24 घंटे के भीतर ही तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान विशाल वर्मा, ककरौला निवासी उसका चचेरा भाई मनीष वर्मा और सेक्टर-19 द्वारका निवासी सुमित डबास के रूप में हुई। विशाल और सुमित डबास के पास से पांच-पांच सोने की चेन, 10,000 रुपये नकद और 40,000 रुपये कीमत का एक मोबाइल फोन मिला। जांच में पता चला कि आरोपियों ने एक सोने की चेन बेचकर अपने दो खातों में 80,000 रुपये जमा करवाए हैं, पुलिस ने उस खाते को फ्रीज कर दिया है।

जेल में हुई थी विशाल और सुमित की दोस्ती
पूछताछ में पता चला कि विशाल वर्मा पीड़ित का चचेरा भाई है। उसे शराब पीने और इधर-उधर फालतू में पैसे खर्च करने का शौक है। अक्तूबर 2024 में शाहबाद डेयरी थाना पुलिस ने उसे छेड़छाड़ और पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। वहीं, मनीष वर्मा विशाल का चचेरा भाई है और विशाल वर्मा के साथ ही घूमता है। सुमित राष्ट्रीय स्तर का वालीबॉल खिलाड़ी है। वह नरेला थाने में दर्ज हत्या के एक मामले में शामिल रहा है। पूछताछ में पता चला कि दिसंबर 2024 को विशाल और सुमित की तिहाड़ जेल में दोस्ती हुई थी। विशाल जनवरी 2025 में जेल से बाहर आया और हाल ही में उसकी शादी हुई। सुमित डबास 18-19 महीने से ज्यादा जेल में रहने के बाद हाल ही में अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया था।

दशहरा से एक दिन पहले रामलीला मैदान में दोनों की मुलाकात हुई। दोनों को पैसों की जरूरत थी। सुमित डबास ने उसे अपने चचेरे भाई धर्मेंद्र से मिलवाया जो रामलीला मेले में बाउंसर के रूप में काम कर रहा था। वहीं, विशाल ने अपने चचेरे भाई मनीष से उन्हें मिलवाया। सभी ने अनिल की ज्वेलरी की दुकान में लूटपाट की योजना बनाई। उनलोगों ने वारदात को अंजाम देने के लिए उत्तम नगर से एक टैक्सी किराये पर ली और लूटपाट को अंजाम दिया। लूटपाट के बाद विशाल और मनीष गुरुग्राम में एक पंजीकृत गोल्ड एक्सचेंजर के पास गए और वहां एक चेन बेच दी। उसने एक फोन खरीदा और मनीष के खाते में 50,000 रुपये और उसकी पत्नी के खाते में 30,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए।

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