दिल्ली में धोखाधड़ी के तरह-तरह के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार करोड़ों रुपये की दिहाड़ी हड़पने का मामला उजागर हुआ है। खुद को एक सरकारी मान्यता प्राप्त कंपनी का एजेंट बताने वाला शख्स दिल्ली के रेहड़ी पटरी वालों से 10 करोड़ रुपये लेकर भाग गया है। उसने रेहड़-पटरी वालों को रोजाना 500 रुपये तक छह माह निवेश करने के बदले 50 प्रतिशत मुनाफा देने का लालच देकर यह राशि इकट्ठा की। आरोपी ने कुछ लोगों को रिटर्न दिया भी, लेकिन राशि ज्यादा होते ही वह परिवार सहित भाग गया। 20 शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी कर ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
उसने अपनी कंपनी में मां, मंगेतर और पैसे के कलेक्शन करने वाले सागर नाम के युवक को रखा था। सागर लोगों से पैसे लेता था। वह रकम की इंट्री पासबुक में करता था। पीड़ित ने बताया कि एक दिन पैसे की लेन-देन को लेकर उसकी एक युवती से झगड़ा हो गया। उसके अगले ही दिन वह अपने परिवार के साथ भाग गया। जैसे ही उसके भागने की सूचना मिली, निवेशकों में हड़कंप मच गया। उनलोगों ने इसकी शिकायत नांगलोई थाने में की। लोगों का आरोप लगाया है कि दो हजार से अधिक लोगों के करीब 10 करोड़ रुपये लेकर वह भाग गया है।
मामला धोखाधड़ी और बड़ी रकम होने की वजह से मामले को आर्थिक अपराध शाखा में भेजा गया। शाखा की टीम ने शुरुआती जांच करने बाद 2 अप्रैल को मामला दर्ज कर लिया। जांच में पता चला है कि आरोपी नजफगढ़ में भी कार्यालय खोलकर ठगी कर चुका है। उसके खिलाफ नजफगढ़ थाने में भी मामला दर्ज है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
फिलहाल 20 लोगों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ने की संभावना है। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि आरोपी ने कितने करोड़ की ठगी की है।
-केशव राम चौरसिया, संयुक्त आयुक्त, आर्थिक अपराध शाखा
No Comments: