भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया पर तीखा हमला करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाना एक ऐसी मानसिकता को दर्शाता है जो आपातकाल के 50 वर्षों बाद भी नहीं बदली है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चुनाव के विषय को लेकर जिस प्रकार से कांग्रेस पार्टी, इंडिया गठबंधन और विशेषकर राहुल गांधी बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। पहली बात तो यह चीज उनकी मानसिकता को दर्शाता है। आपातकाल के 50 साल हो गए मगर मानसिकता नहीं बदली। यदि इंदिरा जी कहती थी कि संवैधानिक संस्था की मान्यता इस आधार पर तय होगी की मैं चुनाव में जीती या नहीं। तो आज राहुल गांधी कहते हैं की चुनाव आयोग की मान्यता प्रामाणिकता इस आधार पर तय होगी की हम चुनाव जीते या नहीं है।
भाजपा सांसद ने कहा कि, आज महाराष्ट्र के चुनावों को लेकर जिस प्रकार से इन्होंने प्रलाप किया था। एसीसी के ही एक पूर्व सचिव जो 2018 से 24 तक महाराष्ट्र के प्रभारी रहे थे। उन्होंने एक आर्टिकल में महाराष्ट्र की पराजय की विवेचना करते हुए लिखा है की हम किसी अन्य को दोष नहीं दे सकते। कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के अंदर की जो कमियां थी उसके कारण महाराष्ट्र का चुनाव हारे।
शून्य की हैट्रिक से राहुल गांधी डर गए- शाहनवाज हुसैन
वहीं दूसरी ओर बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर विपक्ष के विरोध पर भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली की तरह ही बिहार में उन्हें शून्य सीट मिलने वाली है और शून्य की हैट्रिक से राहुल गांधी डर गए हैं। इसीलिए ये लोग संसद में एसआईआर का मुद्दा बनाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने शुक्रवार को आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली में शून्य की हैट्रिक लगा चुके हैं। बिहार में भी राहुल गांधी को पता चल गया है कि शून्य सीटें मिलने वाली हैं। इसीलिए उन्हें डर सता रहा है। कई जगहों पर उन्हें पहले ही शून्य सीटें मिल चुकी हैं।
शाहनवाज हुसैन ने दावा किया है कि राहुल गांधी को अपने सर्वेक्षणों के अनुसार पता चल गया है कि इंडी अलायंस चुनाव हार रही है और एनडीए इस बार 200 से ज़्यादा सीटें हासिल करते हुए पूर्ण बहुमत से जीतने वाली है। इसलिए उन्हें हार का डर सता रहा है। तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और इंडी अलायंस अब चुनाव बहिष्कार की बात भी कर रहे हैं। इंडी अलायंस बिहार के लोगों को एसआईआर पर बहका रहे हैं। जो लोग मृत हैं, वे कैसे वोट डाल सकते हैं? उनके वोट कटने तो तय हैं। जो लोग बिहार से चले गए और वहां पर अपना वोटर बना लिया, तो क्या वे दो जगहों पर वोट डालेंगे?
भाजपा प्रवक्ता ने चुनाव आयोग की तारीफ करते हुए कहा कि आयोग ने पूरी निष्पक्षता के साथ काम करते हुए वोटर वेरिफिकेशन किया है। जो बिहार के वैध वोटर हैं, उनका नाम नहीं कटा है। इंडी अलायंस चुनाव आयोग को सॉफ्ट टारगेट बना रहा है।
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