नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाया है। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली लोकतांत्रिक नहीं है। बिहार में मतदाता सूची में संशोधन के नाम पर जानबूझकर वोटरों के नाम काटा जा रहा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि 30 तारीख को मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर दिल्ली में एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें गठबंधन के सभी घटक शामिल होंगे। मैं वहां इस बात को सबके सामने रखूंगा।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि सूत्रों के हवाले से एक खबर आई कि 35 लाख नाम हटाए जाएंगे। एक अंग्रेजी अखबार का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सूत्रों के हवाले से एक खबर आई कि तीन दिन पहले इस अखबार में जो डाटा दिया गया है वही डाटा आज भी दिया गया है। तेजस्वी यादव ने दलील देते हुए कहा कि जब प्रक्रिया होती रहती है तो आंकड़ा घटता बढ़ता भी है, लेकिन दो-तीन दिनों में यह आंकड़ा ना तो घटा है और ना तो बढ़ा है। हु-बहू वही नंबर दिया गया है। और सवाल यह भी खड़ा होता है कि अभी भी एक सप्ताह बाकी है, यह 35 लाख की जानकारी कहां से आ गई। अभी भी कई जगह बीएलओ नहीं पहुंचे हैं उनके घर तक। एक मौखिक आदेश आया है कि खुद ही साइन करो खुद ही ठप्पा लगाओ खुद ही अपलोड करो।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में मतदाता सूची में संशोधन के मुद्दे पर चंद्र बाबू नायडू ने भी सवाल खडे किये हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप हैं, भाजपा चुप है। कोई जवाब क्यों नहीं दिया जा रहा है? किसी खबर का पेज दिखाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि यादव बाहुल्य एरिया में काटे जा रहे हैं नाम, लोग बोले- फोन करने पर भी बीएलओ नहीं आते हैं।
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