एशिया कप 2025 के महामुकाबले के लिए मंच तैयार है। रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप टी20 का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। यह मैच दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में भारतीय समयानुसार रात आठ बजे से खेला जाएगा। 41 साल के एशिया कप के इतिहास में ये दोनों टीमें पहली बार फाइनल में आमने-सामने होंगी। ऐसे में मुकाबला दिलचस्प रहने की उम्मीद है। भारतीय टीम में इस मुकाबले के लिए दो बदलाव हो सकते हैं। अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा की जगह शिवम दुबे और जसप्रीत बुमराह की वापसी हो सकती है। वहीं, पाकिस्तान टीम बिना किसी बदलाव के मैदान पर उतर सकती है।
मैदान के बाहर भी टकराव
दुबई में खेले जाने वाले इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में खेल के साथ-साथ मैदान से बाहर की राजनीतिक हलचल भी चर्चा का विषय बनी हुई है। जैसे-जैसे मैच का समय नजदीक आ रहा है, माहौल में रोमांच और तनाव दोनों चरम पर हैं। इस बार भारत-पाकिस्तान मुकाबला केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं रहा। टॉस के समय भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव का हाथ नहीं मिलाना, मैच के बाद हाथ मिलाने से इनकार करना और फिर पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ के विवादित इशारे, इन सबने आग में घी डालने का काम किया।
रऊफ के विमान दुर्घटना वाले इशारे के बाद मामला इतना बढ़ गया कि आईसीसी ने उन पर 30 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया। इसके अलावा सूर्यकुमार पर भी 30 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगा और उन्हें आईसीसी ने राजनीतिक बयान से बचने की सलाह दी गई। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी अपनी ‘एक्स’ टाइमलाइन पर लगातार भड़काऊ पोस्ट करके इस विवाद को और हवा दी। यह वही नकवी हैं जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष भी हैं।
भारत का दबदबा, लेकिन चोटें चिंता का विषय
अब तक भारत टूर्नामेंट में अजेय रहा है। लगातार छह जीत में केवल श्रीलंका ने सुपर ओवर तक संघर्ष कराया। हालांकि, भारत का यह अभियान पूरी तरह से चोट-मुक्त नहीं रहा। श्रीलंका के खिलाफ हार्दिक पांड्या को पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण सिर्फ एक ओवर के बाद ही मैदान छोड़ना पड़ा। इसके अलावा अभिषेक शर्मा को भी ऐंठन की शिकायत हुई थी। हालांकि, मोर्कल ने अभिषेक को फिट बताया है, जबकि हार्दिक पर आज फैसला किया जाएगा।
अभिषेक शानदार फॉर्म में चल रहे
भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हार्दिक की शनिवार को जांच की जाएगी। उन्हें और अभिषेक दोनों को ऐंठन हुई है, लेकिन अभिषेक ठीक हैं।’ यह खबर भारतीय फैन्स के लिए राहत की है क्योंकि अभिषेक शर्मा इस टूर्नामेंट में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने छह मैचों में 309 रन बनाए हैं, जबकि तिलक वर्मा 144 रन के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
हार्दिक नहीं खेले तो कौन होगा टीम में?
हालांकि, अगर हार्दिक नहीं खेल पाते हैं तो यह टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका होगा। वह गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी को भी स्थिर करते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगर हार्दिक नहीं खेले तो टीम मैनेजमेंट एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज खिलाता है या एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज। इस स्थिति में अर्शदीप सिंह के खेलने की प्रबल संभावना होगी। हालांकि, अगर हार्दिक फिट रहे तो वही खेलेंगे।
अभिषेक पर निर्भरता और बाकी बल्लेबाजों से उम्मीद
पूरे टूर्नामेंट में भारत की बल्लेबाजी काफी हद तक अभिषेक पर टिकी रही है। सवाल यह है कि अगर वह फाइनल में जल्दी आउट हो जाते हैं तो क्या बाकी बल्लेबाज टीम को संभाल पाएंगे? सूर्यकुमार यादव अब तक बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं, शुभमन गिल कई बार सेट होकर भी मैच खत्म नहीं कर पाए, जबकि संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने केवल कुछ एक मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए टीम प्रबंधन को पावरप्ले में तेजी से रन बनाने के साथ-साथ मध्यम क्रम को भी तैयार रखना होगा।
पाकिस्तान की समस्याएं और कमजोरियां
अगर भारत के पास अपनी चिंताएं हैं तो पाकिस्तान भी परेशानियों से मुक्त नहीं है। पाकिस्तान का बल्लेबाजी क्रम पूरे टूर्नामेंट में अस्थिर रहा है। साहिबजादा फरहान कुछ हद तक जसप्रीत बुमराह को परेशान करने में सफल रहे, लेकिन अन्य बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहे। सैम अयूब चार बार शून्य पर आउट हुए और एक समय ऐसा था कि उनके नाम पर रन से ज्यादा विकेट थे। हुसैन तलत और सलमान अली आगा भारतीय स्पिनरों के सामने जूझते नजर आए। रविवार के मैच में भी उम्मीद है कि कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती की स्पिन जोड़ी अहम भूमिका निभाएगी।
गेंदबाजों की भिड़ंत होगी अहम
भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या नई गेंद से बढ़त दिलाने के लिए तैयार होंगे। हार्दिक के नहीं रहने पर अर्शदीप यह भूमिका निभा सकते हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान शाहीन शाह अफरीदी और हारिस राऊफ पर निर्भर रहेगा। अगर पाकिस्तान का गेंदबाजी आक्रमण भारत के शीर्ष क्रम को जल्दी ध्वस्त कर देता है तो मुकाबला लो-स्कोरिंग हो सकता है। लेकिन भारत के पास गहराई में बल्लेबाज हैं जो मैच को लंबा खींच सकते हैं। मोर्ने मोर्कल ने मैच से पहले कहा, ‘अब सुंदरता मायने नहीं रखती। बदसूरत जीत भी जीत होती है।’
राजनीति से परे केवल एक लक्ष्य
मैदान पर माहौल चाहे कितना भी गरम क्यों न हो, भारत के लिए एक ही चीज मायने रखती है- जीत। जैसा कि एक पुरानी कहावत है, ‘अंत भला तो सब भला।’ भारतीय टीम चाहे किसी भी तरह से जीते, फैन्स को केवल नतीजे की परवाह है।
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