नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद महाराष्ट्र में सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच मुलाकात का दौर जारी है। आज मुंबई में शरद पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच हुई मुलाकात ने सरगर्मी और बढ़ा दी है। इस मुलाकात में पवार ने मुख्यमंत्री शिंदे से मराठा आरक्षण और दूध उत्पादक किसानों को मिलने वाली दूध की कीमतों के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। बता दें कि यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी नेता और एनसीपी (एसपी) चीफ शरद पवार पर जोरदार हमला बोला है और उन्हें देश में भ्रष्टाचार का सरगना कहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को बीजेपी की बैठक को संबोधित करते हुए शरद पवार को आड़े हाथ लिया था। केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा था शरद पवार भ्रष्टाचार के किंगपिंग हैं। शाह ने कहा था कि 2014 में मोदी जी की सरकार ने मराठा आरक्षण दिया था और आगे भी लागू रहेगा। उन्होंने सीनियर पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पवार के शासन में महाराष्ट्र में कोई भी काम नहीं हुआ।
बता दें कि पिछले हफ्ते छगन भुजबल और शरद पवार के बीच मुलाकात हुई थीं, जिसमें भुजबल ने शरद पवार से मराठा आरक्षण मुद्दे पर बात आगे बढ़ाने की मांग की थी। छगन भुजबल ने कहा था कि महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है। ऐसे में राज्य के किसी वरिष्ठ नेता को मध्यस्थता करनी चाहिए। इसके बाद शरद पवार ने इस संबंध में अपना पक्ष भी रखा था। इस समय महाराष्ट्र में आरक्षण के मुद्दे को लेकर माहौल गर्म है।
महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर महीने में विधानसभा का चुनाव होना है। चुनाव से पहले MVA और NDA की ओर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। महा विकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन अभी से ही अलग-अलग टीमें गठित करने में जुटा हुआ है। महा विकास अघाड़ी सीएम का चेहरा घोषित किए बिना चुनाव में ताल ठोकेगी। वहीं, बीजेपी और शिंदे शिवसेना मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी।
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