इंद्र वशिष्ठ
नई दिल्ली, मेट्रो मीडिया।
सीबीआई द्वारा दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को पकड़ने का सिलसिला जारी है। सीबीआई ने शनिवार को दिल्ली पुलिस की रघुबीर नगर पुलिस चौकी के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर सुदीप पूनिया, हवलदार अजय कुमार और सिपाही रामबीर को एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
पश्चिम जिले के ख्याला थाने की रघुबीर नगर पुलिस चौकी में तैनात इन पुलिस वालों ने सट्टेबाजी की अनुमति देने के लिए शिकायतकर्ता से ढाई लाख रुपए रिश्वत मांगी।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि एक शिकायत के आधार पर ख्याला थाने की रघुबीर नगर पुलिस चौकी में तैनात दो पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ 29.11.2024 को मामला दर्ज किया गया।
आरोप है कि पुलिस चौकी के इंचार्ज सुदीप पूनिया और हवलदार अजय कुमार ने सट्टेबाजी की गतिविधियों (सट्टा) को जारी रखने की अनुमति देने की एवज़ शिकायतकर्ता से 2.5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की।
पुलिसकर्मियों ने महिला शिकायतकर्ता को धमकी दी कि यदि रिश्वत नहीं दी, तो वे उसे और उसके बेटों को झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज देंगे।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी सब इंस्पेक्टर, हवलदार और सिपाही को आंशिक भुगतान के रूप में शिकायतकर्ता से हवलदार अजय कुमार के माध्यम से एक लाख रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के दौरान पकड़ लिया।
तीनों आरोपियों के आवासीय एवं आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली गई ।
भ्रष्टाचार के मामले-
सीबीआई ने सोमवार 25 नवंबर को क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में तैनात सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल की ओर से शिकायतकर्ता से दो लाख रुपए रिश्वत लेते हुए हवलदार संजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। नारकोटिक्स के मामले में शिकायतकर्ता को झूठा नहीं फंसाने के लिए पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगी गई।
इस मामले में सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर पंकज को लाइन हाज़िर कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने 11 नवंबर को लक्ष्मी नगर थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए थाने के अंदर से ही गिरफ्तार किया है। सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए बीस हजार रुपए रिश्वत मांगी।
विजिलेंस यूनिट ने 6 नवंबर को बवाना थाने में अपने कमरे में बलात्कार के आरोपी की पत्नी से रिश्वत लेते हुए सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को गिरफ्तार किया।
विजिलेंस यूनिट ने ही चार नवंबर को कृष्णा नगर थाने में तैनात एएसआई प्रमोद कुमार को थाने में ही दस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
विजिलेंस यूनिट ने 24 अक्टूबर को समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को थाने के अंदर ही 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने 24 अक्टूबर को माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
सीबीआई ने 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी।
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