मौसम विभाग ने एक दिन पहले ही इसकी भविष्यवाणी कर दी थी। दोपहर 1 बजे के बाद काले बादल जमकर बरसे जिससे लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली। बारिश के कारण कई हिस्सों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और जनजीवन पर बुरा असर पड़ा। ऐसे में बारिश ने ड्रेनेज सिस्टम की खामियों को फिर से उजागर किया। मौसम विभाग के अनुुसार, मंगलवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक दिल्ली में बारिश ट्रेस की गई।
पालम में 4.6, रिज में 3, लोधी रोड़ और आया नगर में बारिश दर्ज की गई।
इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस अधिक के साथ 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.2 डिग्री सेल्सियस कम के साथ 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में हवा में नमी का स्तर 89 से 61 फीसदी रहा।
अगले दो दिनों में कम बारिश की संभावना
दिल्ली में अगले दो दिनों में अच्छी बारिश होने की संभावना कम है। इस बीच तेज धूप निकलेगी और बीच-बीच में हल्के बादलों की आवाजाही भी लगी रहेगी। इस कारण राजधानी के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 21 अगस्त को आसमान में बादल छाए रहेंगे। गरज-चमक के साथ हल्की से बहुत हल्की बरसात की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 32-34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23-25 डिग्री तक रहेगा। 22 से 24 अगस्त के बीच हल्की बारिश की संभावना सभी दिन बनी रहेगी।
इस बार हुई हल्की या मध्यम बारिश
राजधानी में इस बार हल्की या मध्यम बारिश हुई हैं। इस मानसूनी सीजन के बीते डेढ़ महीने यानी 50 दिनों में 40 दिन ऐसे रहे हैं, जब दिल्ली में फुहारें पड़ी हैं। बारिश का आंकड़ा भी सामान्य से ज्यादा चल रहा है। राजधानी में पिछले कुछ वर्षों से बारिश का स्वरूप एक जैसा नहीं दिख रहा था। इस बार पहले की तुलना में ज्यादा समरूप तरीके से बारिश हो रही है। जुलाई के 31 में से 29 दिन ऐसे रहे थे, जब हल्की से लेकर भारी बारिश दर्ज की गई। अगस्त के बीते 18 दिनों में से 12 दिन ऐसे रहे हैं, जब बादल बरसे। यानी बीते डेढ़ महीने में 41 दिन ऐसे रहे हैं, जब दिल्ली में बारिश दर्ज की गई है।
साफ हवा में लोग ले रहे सांस, एक्यूआई 89
राजधानी में तेज हवाओं के बीच हो रही बूंदाबांदी के कारण लोग साफ हवा में सांस ले रहे हैं। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 89 दर्ज किया गया। यह हवा की संतोषजनक श्रेणी है। इसमें रविवार की तुलना में 13 सूचकांक की वृद्धि दर्ज की गई है।
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार तक हवा इसी श्रेणी में बरकरार रहेगी। मंगलवार को हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली। बुधवार और बृहस्पतिवार को हवा पूर्व दिशा से 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली सकती है। इसके अलावा शुक्रवार को हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने का अनुमान है। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां एक्यूआई 140 दर्ज किया गया, जोकि मध्यम श्रेणी है। वहीं, गाजियाबाद में सबसे कम एक्यूआई 92 दर्ज किया गया, जोकि संतोषजनक श्रेणी है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में 122 और नोएडा में 73 सूचकांक दर्ज किया गया है।
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