ग्वालियर। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कांग्रेस पर सेबी की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर अराजकता और विवाद फैलाने का आरोप लगाया। अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने संदेह जताया है कि अडाणी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में पूंजी बाजार नियामक सेबी की अनिच्छा का कारण सेबी अध्यक्ष बुच और उनके पति की अडाणी समूह से जुड़े विदेशी फंड में हिस्सेदारी हो सकता है।
सिंधिया ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर संवाददाताओं के सवाल का जवाब देते हुए कहा, “कांग्रेस का काम केवल अराजकता फैलाना और देश को विवादास्पद मामलों में उलझाना है।” गुना से सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता विकास व प्रगति की मशाल लेकर चल रहे हैं जबकि कांग्रेस वर्षों से देश को गुमराह करने तथा अंधेरे में रखने की कोशिश कर रही है। सेबी प्रमुख ने हिंडनबर्ग के आरोपों को ‘‘आधारहीन’’ और ‘‘चरित्र हनन’’ का प्रयास बताया है। वहीं, अडाणी समूह ने कहा कि उसका बुच के साथ कभी कोई व्यावसायिक संबंध नहीं रहा। सेबी प्रमुख और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए खारिज किया है। बुच दंपति ने कहा, ‘‘रिपोर्ट में लगाए गए आरोप पूरी तरह से आधारहीन और बेबुनियाद हैं। इनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है।’’
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