त्योहारी सीजन में राजधानी के स्टेशनों पर उमड़ रही यात्रियों की भीड़ के बीच रेल प्रशासन के लिए सोशल मीडिया पर वायरल पुरानी और भ्रामक वीडियो व अन्य पोस्ट चुनौती बन गईं हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन रेलवे से संबंधित फर्जी सूचनाएं पोस्ट की जा रही हैं।
इससे हजारों यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। भ्रामक वीडियो पोस्ट करने पर आरपीएफ ने एक सोशल मीडिया ब्लॉगर पर एफआईआर भी दर्ज की है। आरपीएफ व रेलवे की कार्रवाई के बावजूद ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। दरअसल, रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधाओं के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चला रहा है और स्टेशनों पर व्यवस्था बनाए रखने में जुटा है लेकिन दूसरी ओर कुछ सोशल मीडिया यूजर पुराने या भ्रामक वीडियो साझा कर माहौल को भ्रमित कर रहे हैं।
एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रोजाना रेलवे से जुड़ी फर्जी खबरें और वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। दिल्ली सहित अन्य बड़े स्टेशनों से संबंधित कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इनमें दिखाया गया है कि प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी मची हुई है या ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। रेलवे जांच में सामने आया है कि इनमें से अधिकांश वीडियो पुराने या दूसरे स्टेशनों के हैं जिन्हें इस वर्ष की भीड़ बताकर पोस्ट किया जा रहा है।
विशेष टीम की निगरानी, फिर भी बढ़ रहे मामले
रेलवे ने अफवाह फैलाने वालों की निगरानी के लिए विशेष टीम गठित कर दी है। टीम तीन शिफ्ट में 24 घंटे सोशल मीडिया पर नजर रख रही है। इसके बावजूद भ्रामक जानकारी वायरल करने के मामले बढ़ रहे हैं। एक सप्ताह में 100 से ज्यादा फर्जी वीडियों सामने आ चुके हैं। इसके अलावा किसी भी भ्रामक वीडियो व अन्य पोस्ट पर तुरंत अधिकारिक प्रतिक्रिया दी जा रही है। अगर कोई पुराना वीडियो नई घटना बताकर शेयर किया जाता है, तो रेलवे तत्काल फैक्ट चेक पोस्ट डालकर यात्रियों को सही जानकारी देता है।
फर्जी सूचना पर आईटी एक्ट और रेलवे एक्ट में होगी कार्रवाई
भारतीय रेलवे और रेलवे सुरक्षा बल ने ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई शुरू की है। हाल ही में दिल्ली मंडल में एक ब्लॉगर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगरानी टीम हर वायरल वीडियो की जांच कर रही है जो भी व्यक्ति भ्रामक सामग्री फैलाता पाया जाएगा उसके खिलाफ आईटी एक्ट और रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
स्टेशनों पर सुरक्षा का अभेद्य कवच
नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और आनंद विहार स्टेशनों पर आरपीएफ के 2 हजार से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं। जीआरपी भी अपने स्तर पर सुरक्षा का मोर्चा संभाले हुए है। स्टेशनों पर हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे, पर्याप्त लाइटिंग और नियमित पेट्रोलिंग सुनिश्चित की गई है।
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