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Offer: फेसबुक एप फोन से डिलीट करने पर मिल रहे पैसे, दोबारा नहीं मिलेगा ऐसा ऑफर

रिसर्चर्स ने एक सप्ताह और डेढ़ महीने की सोशल मीडिया डिटॉक्स के असर की तुलना की। उन्होंने यूजर्स से यह जानने के लिए सर्वे कराया कि इस दौरान वे कितने खुश, दुखी या चिंतित महसूस कर रहे थे। कुछ यूजर्स ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया से मिले फ्री समय में उन्होंने क्या किया।

सोशल मीडिया मस्ती भरा जरूर है, लेकिन इसके नुकसान इसके फायदे से कहीं ज्यादा हो सकते हैं। अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने हाल ही में सोशल मीडिया और मानसिक स्वास्थ्य पर एक बड़ी स्टडी की है। इस रिसर्च ने दिखाया कि सोशल मीडिया से दूरी बनाने के क्या फायदे हो सकते हैं और किन लोगों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलता है।

कैसे की गई स्टडी?

स्टडी का नाम था ‘The Effect of Deactivating Facebook and Instagram on Users’ Emotional State’। इसके तहत 35,000 से ज्यादा सोशल मीडिया यूजर्स को रैंडम तरीके से चुना गया। उन्हें 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक छह हफ्ते पहले फेसबुक या इंस्टाग्राम डिएक्टिवेट करने के लिए पैसे दिए गए।

रिसर्चर्स ने एक सप्ताह और डेढ़ महीने की सोशल मीडिया डिटॉक्स के असर की तुलना की। उन्होंने यूजर्स से यह जानने के लिए सर्वे कराया कि इस दौरान वे कितने खुश, दुखी या चिंतित महसूस कर रहे थे। कुछ यूजर्स ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया से मिले फ्री समय में उन्होंने क्या किया।

क्या निकला नतीजा?

  • फेसबुक बंद करने वालों की मूड में 6% तक सुधार दिखा।
  • इंस्टाग्राम बंद करने वालों में मूड में 4% सुधार देखा गया।
  • भले ही ये आंकड़े छोटे लगें, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य में सुधार साफ नजर आया।
  • फेसबुक: 35 साल या उससे अधिक उम्र के यूजर्स ने सबसे ज्यादा खुशी महसूस की।
  • इंस्टाग्राम: 18 से 24 साल के युवा, खासकर महिलाएं, सबसे ज्यादा पॉजिटिव इफेक्ट महसूस कर रहीं थीं।
  • इंस्टाग्राम यूजर्स ने तुरंत दूसरे एप्स का इस्तेमाल शुरू कर दिया।
  • फेसबुक यूजर्स ने औसतन रोज 9 मिनट स्क्रीन से दूर बिताए, लेकिन उनका ज्यादातर फ्री समय भी दूसरे एप्स पर ही चला गया।

स्टडी की सीमाएं

  • केवल 0.5% लोग ही इस स्टडी में शामिल हुए, जो पैसे लेकर सोशल मीडिया छोड़ने को तैयार थे।
  • स्टडी का समय भी महत्वपूर्ण था, यह अमेरिकी चुनाव से पहले के 6 हफ्तों तक ही चली।
  • यूजर्स के मूड की जानकारी सर्वे के आधार पर ली गई, जिसमें लोग अपने बारे में बेहतर दिखाने की कोशिश कर सकते हैं।
  • साथ ही जब कोई जानता है कि वो स्टडी का हिस्सा है, तो उसके जवाब भी प्रभावित हो सकते हैं।

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