सिडनी में पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन चारों पर बच्चों के यौन उत्पीड़न से जुड़े वीडियो ऑनलाइन फैलाने का आरोप है। जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क एक वैश्विक अंतरराष्ट्रीय बाल शोषण घिरोह से जुड़ा था, जिसके वीडियो में खतरनाक रस्मों और शैतानी प्रतीकों का इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस ने इस कार्रवाई को बेहद गंभीर और संवेदनशील बताया है।
न्यू साउथ वेल्स पुलिस की विशेष टास्क फोर्स ने ऑनलाइन एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर चल रही संदिग्ध गतिविधियों की जांच के दौरान इस नेटवर्क की पहचान की। डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट जेन डोहर्टी ने बताया कि यह सामान्य अपराध नहीं था, बल्कि इसमें ऐसे वीडियो शामिल थे जिनमें बच्चों को शैतानी अनुष्ठानों से जुड़े प्रतीकों और रिवाजों का इस्तेमाल करते हुए प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि यह सामग्री “अत्यंत भयावह” है और बातचीत में भी ऐसे संकेत मिले जिससे पता चलता है कि आरोपी इसी तरह की क्रूर सामग्री साझा करते थे।
कैसे पकड़े गए आरोपी?
पिछले गुरुवार को सिडनी में कई स्थानों पर छापे मारे गए और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उनके ठिकानों से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए जिनमें हजारों वीडियो संग्रहित थे। यह सामग्री ऐसे बच्चों की थी जिनकी उम्र कुछ महीनों से लेकर 12 साल तक बताई गई है। पुलिस का कहना है कि यह सबूत दिखाते हैं कि आरोपी एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा थे, जो ऑनलाइन बच्चों पर अत्याचार से जुड़े वीडियो साझा करता था।
अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की कड़ी?
पुलिस ने बताया कि यह नेटवर्क अलग-अलग देशों में फैले लोगों के बीच सामग्री साझा करता था। जांच में यह संकेत मिला है कि आरोपी शैतानी और ओकल्ट प्रतीकों के साथ वीडियो साझा करते थे। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में जो वीडियो मिले हैं, वे आरोपियों ने खुद नहीं बनाए, लेकिन उन्होंने इन्हें साझा किया और इन पर चर्चाएं कीं। अधिकारियों ने कहा कि वे वैश्विक एजेंसियों के साथ मिलकर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पीड़ित बच्चे कौन थे, उन्हें कहां प्रताड़ित किया गया और अपराध के पीछे कौन लोग हैं।
आरोपियों के नाम और आरोप
गिरफ्तार आरोपियों में 26 वर्षीय लैंडन जर्मनोटा-मिल्स को इस नेटवर्क का मुख्य संचालक बताया गया है। अन्य तीन आरोपी स्टुअर्ट वुड्स रिचेस (39), मार्क एंड्रयू सेनडेक्की (42) और बेनजामिन रेमंड ड्राइस्डेल (46) हैं। चारों पर ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री फैलाने के आरोप लगे हैं। जर्मनोटा-मिल्स पर बेस्टियालिटी सामग्री फैलाने और अपने पास रखने का अतिरिक्त आरोप भी लगाया गया है। अदालत ने चारों की जमानत अर्जी खारिज कर दी है और वे अब जनवरी के अंत में अगली सुनवाई के लिए पेश होंगे।
पीड़ितों की पहचान में जुटी पुलिस
पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी भी पीड़ित की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से जांच तेजी से जारी है। अधिकारी जेन डोहर्टी का कहना है कि यह मामला बेहद संवेदनशील है और पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि यह अपराध संगठित तरीके से चलाया जा रहा था और सामग्री को एन्क्रिप्टेड माध्यमों के जरिए साझा किया जाता था, ताकि पहचान छुपी रहे। अधिकारियों का कहना है कि जांच आगे बढ़ते ही कई और खुलासे हो सकते हैं।
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