दरअसल, प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से भारी बारिश हो रही है, लेकिन पिछले दो दिनों में स्थिति में काफी सुधार हुआ था। वहीं अधिकारियों ने भी बताया कि रविवार को बारिश को लेकर कोई पूर्वानुमान नहीं जारी किया गया था। आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े दस बजे बादल फटने की घटना हुई। इसके बाद से ईटानगर के कई हिस्सों में और उसके आसपास के इलाकों से भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग 415 के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे आवागमन भी प्रभावित हुआ है।
उन्होंने बताया कि राज्य की राजधानी के लोगों की जीवनरेखा माने जाने वाले राजमार्ग पर कई वाहन फंसे हुए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन ने लोगों से नदियों के किनारे और भूस्खलन के खतरे वाले क्षेत्रों में ना जाने की अपील की है। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने सात स्थानों पर राहत शिविर लगाए हैं। इसके अलावा राहत एवं बचाव का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जा रही है।
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