दिल्ली सरकार ने राजधानी में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और पर्यावरण सुधार के लिए एक व्यापक अभियान की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अभियान की घोषणा करते हुए कहा कि राजधानी की वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। दरअसल दिल्ली को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए विभिन्न विभागों को त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
रेखा गुप्ता ने बताया कि इस योजना के तहत दिल्ली की पूरी रिंग रोड को डस्ट फ्री बनाने का लक्ष्य है। इसके लिए रोड स्वीपिंग मशीनों का नियमित उपयोग किया जाएगा और सड़क किनारे धूल को नियंत्रित करने के लिए वॉटर स्प्रिंकलर्स लगाए जाएंगे। इसके अलावा निर्माण स्थलों पर डस्ट कंट्रोल मैनेजमेंट को सख्ती से लागू किया जाएगा। साथ ही, पीयूसी (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल) चेकिंग की सघनता बढ़ाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए सरकार ने एमसीडी, पीडब्लूडी, डीडीए और अन्य संबंधित रोड ओनिंग एजेंसियों को सड़क किनारे हरित पट्टियों को विकसित करने और पौधारोपण के निर्देश दिए हैं। यह कदम न केवल प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि राजधानी को हरियाली से भी सजाएगा। रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए 250 प्रमुख सड़कें चिन्हित की गई हैं, जहां ट्रैफिक पुलिस और संबंधित विभागों को ट्रैफिक जाम के कारणों का समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा प्रमुख जंक्शनों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को बेहतर किया जाएगा। इससे सड़क पर वाहनों की आवाजाही सुचारु होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए डीटीसी बसों के रूट रेशनलाइजेशन की योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत सार्वजनिक बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी और कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। इससे सार्वजनिक परिवहन की गति और संचालन में सुधार होगा, जिससे निजी वाहनों की संख्या कम होगी और प्रदूषण में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने इस अभियान को दिल्लीवासियों के लिए एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि यह एक स्वस्थ और हरा-भरा भविष्य सुनिश्चित करेगा।
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