मुंबई। भारत और मालदीव के बीच विवाद गहराता जा रहा है। इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपोर्ट किया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं। अगर अन्य देश का कोई व्यक्ति जो किसी भी पद पर है। हमारे पीएम पर ऐसी टिप्पणी करेगा। हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। पवार ने कहा, हमें प्रधानमंत्री के पद का सम्मान करना चाहिए। हम देश के बाहर से पीएम के खिलाफ कुछ स्वीकार नहीं करेंगे।
एनसीपी चीफ ने मुंबई के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ये बात कहीं। उन्होंने कहा कि संसद सदस्य के तौर पर कार्यकाल खत्म होने के बाद भविष्य में चुनाव नहीं लड़ेंगे। शरद ने राम मंदिर पर भी अपनी बात रखीं। उन्होंने राम मंदिर को आस्था का विषय बताया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव के मंत्रियों द्वारा पीएम और भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद कूटनीतिक विवाद पैदा हो गया। तनाव बढ़ने के बाद मालदीव सरकार ने अपने तीन मंत्रियों मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महजूम माजिद को सस्पेंड कर दिया।
सोमवार को भारत ने दिल्ली में मालदीव के उच्चायुक्त को तलब किया। विवाद पर सख्त नाराजगी जताई। माले में मालदीव के एंबेसडर एट लार्ज अली नसीर मोहम्मद ने भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर से मिले। नसीर ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ टिप्पणी का समर्थन नहीं करता।’ वहीं, भारत में मालदीव से कारोबार और पर्यटन का बहिष्कार शुरू हो गया है। ईजमाईट्रिप ने वेबसाइट पर मालदीव के लिए उड़ान बुकिंग रोक दी है।
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