भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत वॉशिंगटन में मंगलवार को छठे दिन में प्रवेश कर गई है। एक अधिकारी ने बताया कि बातचीत अहम मोड़ पर पहुंच चुकी है और भारत अपने श्रम-प्रधान उत्पादों को अमेरिकी बाजार में अधिक पहुंच दिलाने की मांग कर रहा है। भारत की टीम का नेतृत्व वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल कर रहे हैं। यह टीम अमेरिका के साथ एक अंतरिम व्यापार समझौते पर वार्ता के लिए वॉशिंगटन में मौजूद है।
भारत ने किसी भी देश के लिए नहीं खोला डेयरी क्षेत्र
अमेरिका कृषि और डेयरी क्षेत्रों में भी टैरिफ छूट की मांग कर रहा है। लेकिन ये क्षेत्र भारत के लिए संवेदनशील माने जाते हैं, क्योंकि यहां के किसान छोटे भूखंडों पर जीविका के लिए खेती करते हैं। इसी कारण ये क्षेत्र राजनीतिक रूप से भी बेहद संवेदनशील हैं। अब तक भारत ने किसी भी व्यापार समझौते में अपने डेयरी क्षेत्र को किसी देश के लिए नहीं खोला है।
इन उत्पादों पर टैरिफ छूट चाहते हैं दोनों देश
अमेरिका कुछ औद्योगिक वस्तुओं, ऑटोमोबाइल (खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों), शराब, पेट्रोकेमिकल उत्पादों, डेयरी और कृषि उत्पादों जैसे सेब, सूखे मेवे और आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों पर टैरिफ छूट चाहता है। वहीं, भारत अपने श्रम-प्रधान उत्पादों जैसे वस्त्र, रत्न और आभूषण, चमड़े के सामान, तैयार कपड़े, प्लास्टिक, रसायन, झींगा, तिलहन, अंगूर और केले के लिए टैरिफ में राहत चाहता है।
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