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Delhi Fire: पारा चढ़ा तो बढ़ीं आग लगने की घटनाएं… 6 दिन में आग की 824 कॉल मिलीं, दमकल विभाग अलर्ट

दिल्ली दमकल विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल, मई और जून के लिए यह आदेश जारी किया गया है। दिल्ली फायर सर्विस के डिप्टी फायर चीफ डॉ. संजय कुमार तोमर ने बताया कि हर साल देखा गया है कि गर्मियों की शुरुआत के साथ ही अचानक आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो जाता है।

अप्रैल का पहला ही सप्ताह गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है। चढ़ते पारे के बीच एकाएक राजधानी में आग लगने की घटनाओं में तेजी से इजाफा हो गया है। अप्रैल के शुरुआती छह दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के कंट्रोल रूम को 824 कॉल्स मिलीं। हालात को देखते हुए डीएफएस अलर्ट मोड पर आ गया है।

आनन-फानन में दमकल विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल, मई और जून के लिए यह आदेश जारी किया गया है। तमाम स्टाफ को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है। दमकल विभाग सभी दफ्तरों, स्कूल, कॉलेज और दूसरे स्थानों पर जाकर लोगों को आग से बचाव के लिए जागरूक कर रहा है।

दिल्ली फायर सर्विस के डिप्टी फायर चीफ डॉ. संजय कुमार तोमर ने बताया कि हर साल देखा गया है कि गर्मियों की शुरुआत के साथ ही अचानक आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो जाता है। ऐसे में आग की घटनाओं में कमी लाने और आग लगने की सूरत में जल्द से जल्द मदद पहुंचाने के प्रयास किए जाते हैं।

दमकल विभाग के पास छोटी-बड़ी सारी मिलाकर लगभग 300 गाड़ियां हैं, इनमें से कई गाड़ियां ब्रेक डाउन होने के कारण सर्विस में नहीं होतीं। इनको तुरंत दुरुस्त कर सर्विस में लाने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा वर्कशॉप पर 24 घंटे स्टाफ को तैनात रहने के लिए कहा गया है, ताकि किसी वजह से कोई गाड़ी खराब होती है तो उसे रात को भी ठीक किया जा सके।

कंट्रोल रूम को हिदायत दी गई है कि हर कॉल को अटेंड करने के बाद उसके रिस्पोंस टाइम को हर हाल में कम करें। जितनी जल्दी से जल्दी हो सके घटना स्थल पर पहुंचे। एक जनवरी से छह अप्रैल तक के आंकड़ों पर गौर करें तो डीएफएस के पास कुल 4647 कॉल आईं। इसमें 20 लोगों की आग में झुलसकर मौत हो गई। 

टाटा-योद्धा और एक्सएल-6 वाहन
दमकल विभाग के बाड़े में फिलहाल 24 टाटा-योद्धा मल्टी यूटिलिटी (एमयूवी) काम कर रहे हैं। भीड़ और घनी आबादी वाले इलाकों में इनकी मदद से तुरंत बचाव कार्य हो जाता है। अपनी ताकत को और बढ़ाने के लिए दमकल विभाग ने 24 एक्सएल-6 वाहनों को खरीदा है। इन पर अल्ट्रा हाई प्रेशर पंप लगाए जा रहे हैं। इनकी मदद से आग पर जल्दी काबू पाने में मदद मिलेगी। इन वाहनों पर मई के पहले हफ्ते तक पंप सेट लग जाएंगे।

रात को सिलिंडर का रेग्यूलेटर बंद रखें
डॉ. संजय कुमार तोमर ने बताया कि सावधानी बरत कर आग लगने की 65 से 70 फीसदी घटनाओं को कम किया जा सकता है। गर्मियों में सभी घरों में बिजली का लोड बढ़ जाता है। ऐसे में पुरानी और खराब बिजली की वायरिंग आग की वजह बनती है। लोड अनुसार बिजली उपकरणों को चलाकर इससे बचा जा सकता है। हमेशा आईएसआई उपकरणों का इस्तेमाल करें। रात को  एलपीजी सिलिंडर का रेग्यूलेटर बंद करके सोएं।

14 से 20 अप्रैल के बीच दिल्ली फायर सर्विस सप्ताह
डॉ. तोमर ने बताया कि 14 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच दिल्ली फायर सर्विस वीक है। इस बीच दिल्ली के लोगों को जागरूक किया जाएगा। वैसे तो पूरे साल ही जागरूकता कार्यक्रम चलते रहते हैं, लेकिन दिल्ली फायर सर्विस वीक के दौरान दमकल विभाग की टीमें स्कूल, कॉलेज, अलग-इलग दफ्तरों, अस्पताल समेत दूसरी जगह पर जाकर लोगों को जागरूक करती हैं।

आग पर काबू पाने के लिए दिल्ली फायर सर्विस के इंतजाम
  • दिल्ली में 67 दमकल केंद्र।
  • लगभग 2800 कर्मचारी तैनात।
  • करीब 200 फायर टेंडर।
  • ऊंची इमारतों के लिए 7 हाईड्रोलिक प्लेटफॉर्म गाड़ियां।
  • 24 टाटा-योद्धा मल्टी यूटिलिटी व्हीकल (एमयूवी)
  • 24 एक्सएल-6 व्हीकल (अल्ट्रा हाई प्रेशर पंप के साथ)
  • 18 रोबोट (जटिल आग के लिए)
  • ड्रोन और अन्य उपकरण मौजूद
पिछले साल के कुछ आंकड़े
साल   कॉल   आग से मौत   बचाए गए
2019-20     31157 100   843
2020-21     25709 41    421
2021-22     27343 55    392
2022-23     31958 95    749
2023-24     36568 90    704
2025  4647  20    503
(नोट: वर्ष 2025 का आंकड़ा एक जनवरी से छह अप्रैल 2025 के बीच का है)

आग लगे तो क्या करें
सबसे पहले 112 पर कॉल कर कंट्रोल रूम को सूचना दें।
छोटी आग हो तो उसे खुद ही काबू पाने का प्रयास करें।
आग यदि काबू से बाहर हो जाए तो सुरक्षित स्थान पर पहुंचकर अपनी व परिवार की जान बचाएं।
यदि संभव हो तो अपने घर में अग्नि शमन यंत्र लाकर रखें।
कमरे में कैद न हों।

गर्मियों में आग लगने की घटनाओं में 35 से 40 फीसदी इजाफा होता है, आपदा के समय दमकल केंद्र को सूचित करें। -डॉ. संजय तोमर, डिप्टी फायर चीफ, दिल्ली फायर सर्विस

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