हादसे पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मुख्यमंत्री ने गहरी संवेदना व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपए देने की घोषणा की है। राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की महानिरीक्षक (आईजी), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी रिद्विमा अग्रवाल ने बताया कि आज जिला नियन्त्रण कक्ष, रुद्रप्रयाग द्वारा एसडीआरएफ टीम को बद्रीनाथ हाईवे पर रैतौली क्षेत्र के पास एक टेंपो ट्रैवलर वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में गिरने की सूचना मिली। जिस पर पोस्ट रतूड़ा व अगस्त्यमुनि से रेस्क्यू हेतु 14 सदस्यीय दो टीमें तत्काल मय रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
उन्होंने बताया कि उक्त वाहन में 26 यात्री, जो चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रिप पर घूमने यहां आये हुए थे, अनियंत्रित होकर मुख्य मार्ग से लगभग 500 मीटर नीचे खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया कि उप निरीक्षक (एसआई) भगत सिंह कंडारी व धर्मेंद्र पंवार के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीमों ने घटनास्थल पर पहुंचकर अत्यधिक विषम परिस्थितियों में कड़ी मशक्कत करते हुए स्थानीय पुलिस व लोगों के साथ मिलकर संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। अग्रवाल ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान 14 घायलों को रेस्क्यू कर एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल, रुद्रप्रयाग भिजवाया गया। जहाँ से सात गंभीर घायलों को हायर सेंटर एम्स, ऋषिकेश एयरलिफ्ट किया गया। दस लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी। जिनके शवों को मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर जिला पुलिस के सुपर्द किया गया जबकि दो लोगों की उपचार के दौरान अस्पताल में मृत्यु हो गयी। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू कार्य के दौरान, एक महिला गाड़ी से छिटककर लगभग 80 मीटर नीचे झाड़ियों में अटकी हुई थी। एसडीआरएफ टीम द्वारा नीचे उतरते समय खोजबीन करते हुए उसे रेस्क्यू कर, रोड़ हेड तक लाकर अस्पताल भिजवाया गया है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की एक अन्य टीम इंस्पेक्टर कवीन्द्र सजवाण के नेतृत्व में एम्स, ऋषिकेश में उपस्थित है। जिसने एयरलिफ्ट किये जाने वाले घायलों को हेली से उतारकर अस्पताल पहुँचाया।
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