नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मास्टमाइंड ललित झा ने पुलिस के सामने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार ललित झा ने पूछताछ के दौरान बताया है कि उसने कैसे पहले यह साजिश रची और सभी आरोपियों को एक साथ लिया। पुलिस पूछताछ ने आरोपी ने माना है कि उसने सबूत मिटाने के लिए मोबाइल फोन को आग के हवाले भी किया है। बता दें कि ललित के पास अपने चार साथियों का मोबाइल फोन था। घटना को अंजाम देने से पहले चारों आरोपियों ने अपने फोन ललित को दे दिया था। इसके बाद घटना का वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद ललित मौके से फरार हो गया। हालांकि, पुलिस उसके तमाम दावों की पुष्टि करने में जुटी है।
सूत्रों के अनुसार ललित झा ने पुलिस को बताया कि उसने उस दिन की घटना को पहले रिकॉर्ड किया। इसके बाद उस क्लिप को इंस्टाग्राम पर अपलोड किया और इस घटना की मीडिया में अच्छे से कवरेज हो सके, ये सुनिश्चित करने के लिए उसने इस वीडियो को कोलकाता स्थित एक एनजीओ को भी भेजा। इतना कुछ करने के बाद ही वह मौके से फरार हुआ था। पुलिस की गिरफ्त से 48 घंटों तक फरार रहने के दौरान उसने दावा किया कि वह दो दोस्तों के साथ रहने के लिए राजस्थान के नागौर गया था। ललित झा और एक अन्य व्यक्ति, महेश, गुरुवार शाम दिल्ली लौट आए, जिसके बाद ललित झा ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमपर्ण किया।
पुलिस सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि राजस्थान से ललित झा के साथ आए व्यक्ति महेश को 13 दिसंबर को संसद के बाहर धुएं की घटना को अंजाम देने में बाकी आरोपियों के साथ शामिल होना था। इन्होंने 13 दिसंबर को ही इसलिए क्योंकि इसी दिन 2001 में संसद पर हमला हुआ था। पुलिस अब इस मामले में महेश का पता लगाने में जुटी है।
बता दें कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने (Parliament Security Breach) के मामले में चारों आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। वहीं, इस मामले के मास्टरमाइंड ललित झा ने सरेंडर कर दिया है। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में 6 आरोपी सामने आए थे। दो युवक लोकसभा के अंदर गए थे और हंगामा करते हुए कलर स्मोक छोड़ा। एक महिला और एक पुरुष ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। गुरुवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। दिल्ली पुलिस ने 15 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट से 7 दिन की रिमांड मिली।
संसद की सुरक्षा में सेंध की साजिश में दो और लोग शामिल थे। इनमें से एक विक्की शर्मा ने सभी को अपने घर में ठहराया था। उसे पुलिस ने पत्नी समेत हिरासत में ले लिया। हालांकि, पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया। गुरुवार देर रात ललित झा ने कर्तव्य पथ पुलिस थाने जाकर सरेंडर किया। यहां से उसे स्पेशल सेल के हवाले कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने कमिटी बनाई है। कमिटी ने जांच शुरू भी कर दी है।
चारों आरोपी पढ़े लिखे हैं। नीलम 42 साल की है और पेशे से टीचर है, साथ ही सिविल सेवा की पढ़ाई कर रही है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि ललित झा ने सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अमोल शिंदे और विक्की शर्मा को बुधवार सुबह गुरुग्राम बुलाया था।
No Comments: