वायनाड। कांग्रेस सासंद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन को भयानक त्रासदी बताते हुए कहा कि राज्य ने एक क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना अब तक नहीं देखी है। उन्होंने मांग रखी कि इस घटना का अलग तरीके से समाधान निकाला जाना चाहिए।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह इस मामले को दिल्ली में और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के सामने भी उठाएंगे क्योंकि यह त्रासदी का एक अलग स्तर है और इससे अलग तरीके से निपटना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल ध्यान शवों और संभावित जिंदा बचे लोगों को ढूंढने में है, साथ ही यह सुनिश्चित करने में कि विस्थापित लोग शिविरों में आराम से रहें।’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि पुनर्वास बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि बचे हुए बहुत से लोगों ने उन्हें बताया कि वे भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में वापस नहीं जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि उनका एक सुरक्षित क्षेत्र में पुनर्वास किया जाए और उन्हें वापस जाने के लिए मजबूर न किया जाए। ये वो चीजें हैं, जो हम पहले ही केरल सरकार के साथ उठा चुके हैं।’
उन्होंने यह भी वादा किया कि कांग्रेस पार्टी वायनाड में 100 से अधिक घर बनाएगी। राहुल गांधी ने वायनाड दौरे के दौरान जिला प्रशासन और पंचायत के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मीडिया से ये बातें कहीं। इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी उनके साथ मौजूद थे।
इससे पहले दिन में राहुल, प्रियंका, एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल, केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरन और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मेप्पडी ग्राम पंचायत के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और उनकी चिंताओं और जरूरतों को समझा।
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