केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI ने दो अलग-अलग मामलों में एमसीडी (MCD) के दो बेलदार और दो दलालों को गिरफ्तार किया है। पहले मामले में निहाल विहार इलाके में शिकायतकर्ता से अवैध कंस्ट्रक्शन के नाम पर नॉर्थ एमसीडी के बेलदार और मेट कर्मचारी ने 70 हजार रुपये की घूस की मांग की थी और 65 हजार रुपये पर रजामंदी हुई। रंगे हाथों रिश्वत लेते दो दोनों कर्मचारियों को सीबीआई ने मौके पर धर दबोचा। वहीं, दूसरे मामले में नांगलोई सब रजिस्ट्रार ऑफिस में काम करने वाले दो दलाल शिकायतकर्ता से गिफ्ट डीड निष्पादित करवाने के नाम पर 30 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। डील 25 हजार रुपये पर तय हुई। दोनों रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए। मामले में जांच जारी है।
पकड़े गए आरोपी के नाम-
पहले मामले में-
1- राजकुमार, बेलदार, नॉर्थ एमसीडी, दिल्ली (FIR नामित)
2- अजय कुमार गोस्वामी उर्फ सोनू, मेट, नॉर्थ एमसीडी, दिल्ली
दूसरे मामले में-
1- किशन राणा उर्फ पवन राणा (दलाल), सब-रजिस्ट्रार, नांगलोई, दिल्ली (FIR में नामित पवन राणा)
02. भोला (टाउट), उप-रजिस्ट्रार, नांगलोई, दिल्ली
एनबीसीसी के डीजीएम गिरफ्तार
वहीं, एक अन्य मामले में सीबीआई ने लेह में एक परियोजना के लिए निर्माण ठेकेदार से कथित तौर पर पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एनबीसीसी के एक उप महाप्रबंधक (डीजीएम) को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि लद्दाख में तैनात आरोपी डीजीएम वरुण पोपली ने ठेकेदार से कथित तौर पर 11.40 लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने बताया कि बातचीत के दौरान वह कथित तौर पर दिल्ली में पांच लाख रुपये का आंशिक भुगतान लेने पर सहमत हो गया था, जिसके लिए वह विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी आया था। लेह में एक निर्माण परियोजना का कार्य करा रहे शिकायतकर्ता ने डीजीएम के खिलाफ एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की थी। आरोप लगाया गया था कि डीजीएम एक अनुबंध के काम की अनुमति देने के लिए 7.40 लाख रुपये रिश्वत मांग रहा था।
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