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Gautam Gambhir: ‘TRP से ज्यादा हमारे लोगों की जिंदगी अहम’, पाकिस्तान के साथ खेल संबंध पर गंभीर का बेबाक अंदाज

गौतम गंभीर ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय नागरिकों और देश के जवानों की जिंदगी से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता। उनका मानना है कि जब तक आतंकवाद को पूरी तरह समाप्त नहीं किया जाता तब तक दोनों देशों के बीच कोई खेल संबंध नहीं बना रह सकता।

‘टीआरपी से ज्यादा हमारे लोगों की जिंदगी जरूरी है…’ ये कहना है भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर का। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मैच से जुड़े सवाल पर बेबाक राय रखी। उन्होंने कहा कि भले ही इन दोनों के खेलने से टीआरपी आती है, विज्ञापन एजेंसियों को फायदा होता है लेकिन उससे ज्यादा हमारे देश के लोगों की सुरक्षा जरूरी है। गंभीर ने इस दौरान पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया और पाकिस्तान के साथ खेल संबंध पर अपनी राय रखी।

पहलगाम आतंकी हमले में 26 मासूमों ने गंवाई थी जिंदगी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया गया था। इसका बदला लेते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। यही नहीं, पाकिस्तानी सेना के नौ एयरबेस भी ध्वस्त हो गए।

गंभीर ने रखी बेबाक राय
पूरे देश में पाकिस्तान की इस कायराना हरकत को लेकर अभी भी गुस्सा है। खेल जगत के तमाम दिग्गजों ने भारत और पाकिस्तान के बीच खेल संबंधों को खत्म करने की मांग की। अब पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी इस पर बात की। गुरुवार को गोवाफेस्ट कार्यक्रम में टीम इंडिया के मुख्य कोच से जब भारत-पाकिस्तान मैच से होने वाली टीआरपी और विज्ञापन एजेंसियों के फायदे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका बेबाकी से जवाब दिया। उन्होंने कहा- ‘इस देश में हमारे लोगों की और हमारे जवानों की जिंदगी से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं है। हमारे जवान जो बॉर्डर पर दिन-रात हमारी सुरक्षा में डटे हुए हैं, उनसे ज्यादा जरूरी कुछ नहीं है।’

आईसीसी टूर्नामेंट में भी पाकिस्तान के साथ खेलने के पक्ष में नहीं हैं गंभीर
यह पहला मौका नहीं है जब गौतम गंभीर ने पाकिस्तान के साथ खेल संबंध खत्म करने पर राय रखी है। पहलगाम हमले के बाद गंभीर ने कड़ा रुख दिखाते हुए कहा था कि भारत को एशिया कप और आईसीसी टूर्नामेंट्स में भी पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए। भारतीय मुख्य कोच का कहना है कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं हो जाता, तब तक राष्ट्रीय टीम को चिर प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ किसी भी स्तर पर नहीं खेलना चाहिए।

गंभीर ने कहा, ‘हमें खेलना है या नहीं, यह पूरी तरह से सरकार का फैसला है। मैंने पहले भी कहा है कि कोई भी क्रिकेट मैच या बॉलीवुड या किसी अन्य तरह का कार्यक्रम भारतीय सैनिक और जनता के जीवन से महत्वपूर्ण नहीं है। मैच होते रहेंगे, फिल्में बनती रहेंगी और गायक भी अपने प्रस्तुति देते रहेंगे, लेकिन अपने परिवार में किसी प्रियजन को खोने से बड़ा दुख और कुछ नहीं है।’

लंबे समय से नहीं हो रही द्विपक्षीय सीरीज 
भारत और पाकिस्तान के बीच करीब एक दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो रही है। वहीं, भारत ने 2007 के बाद पाकिस्तान में कोई सीरीज नहीं खेली है। दोनों टीमें अब तक सिर्फ बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में ही खेलती हैं और गंभीर का कहना है कि भारतीय टीम को ऐसे टूर्नामेंट्स में भी पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए। गंभीर ने कहा, ‘मेरी निजी राय है कि पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए। जब तक सीमा पार आतंकवाद खत्म नहीं होता, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ भी नहीं होना चाहिए।’

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