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IND vs PAK Controversy: टॉस से चार मिनट पहले पायक्रॉफ्ट को मिला BCCI का संदेश! हैंडशेक विवाद में बड़ा खुलासा

भारत-पाकिस्तान मैच के हैंडशेक विवाद पर नई जानकारी सामने आई है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। आइए जानते हैं...
भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के आचरण को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के बीच चला विवाद अब लगभग खत्म होने की ओर है। पीसीबी ने आईसीसी को कई बार पत्र लिखकर पायक्रॉफ्ट को एशिया कप के मैचों से हटाने की मांग की थी। हालांकि, आईसीसी ने साफ कर दिया कि पायक्रॉफ्ट की ओर से किसी तरह के नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ। इसी बीच एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुबई में खेले गए ग्रुप ए मैच में टॉस से पहले क्या हुआ था।

टॉस से ठीक पहले पायक्रॉफ्ट को मिली जानकारी
भारत-पाकिस्तान मैच के हैंडशेक विवाद पर नई जानकारी सामने आई है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक, मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को ‘नो हैंडशेक’ प्रोटोकॉल की जानकारी टॉस से केवल चार मिनट पहले ही दी गई थी। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के वेन्यू मैनेजर ने पाइक्रॉफ्ट को मैदान पर जाने से ठीक पहले यह संदेश दिया कि भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव और पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा टॉस के बाद हाथ नहीं मिलाएंगे, जो बीसीसीआई से आया था और भारतीय सरकार की मंजूरी से भेजा गया था।
पायक्रॉफ्ट ने हालात के मुताबिक फैसला लिया
पायक्रॉफ्ट ने तुरंत यह संदेश पाकिस्तान कप्तान सलमान को दे दिया ताकि उन्हें मैदान पर उन्हें कोई असहज स्थिति का सामना न करना पड़े। पायक्रॉफ्ट के पास आईसीसी को इस बारे में सूचित करने का समय नहीं था, इसलिए उन्होंने सीधे पाकिस्तानी कप्तान सलमान को जानकारी देने का फैसला किया, ताकि उन्हें मैदान पर शर्मिंदगी न उठानी पड़े। इससे साफ होता है कि पायक्रॉफ्ट ने उल्टा पाकिस्तान को ही इस विवाद से बचाने की कोशिश की थी। इस पूरे मामले पर पीसीबी ने बाद में आईसीसी से शिकायत की थी, लेकिन क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने यह कहते हुए पीसीबी की मांग ठुकरा दी कि पायक्रॉफ्ट ने हालात को देखते हुए सही फैसला लिया था।
पीसीबी की शिकायत और विवाद
भारत से हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से शिकायत की कि पायक्रॉफ्ट ने कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन किया है और उन्हें तुरंत मैच रेफरी की जिम्मेदारी से हटाया जाए। पीसीबी ने यहां तक धमकी दे दी थी कि अगर पायक्रॉफ्ट को नहीं हटाया गया तो वे यूएई के खिलाफ होने वाला मैच नहीं खेलेंगे। हालांकि, क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने यह कहते हुए पीसीबी की मांग ठुकरा दी कि पायक्रॉफ्ट ने हालात को देखते हुए सही फैसला लिया था। आईसीसी के जवाब से नाखुश पाकिस्तान ने फिर ड्रामा किया और यूएई से उनका मैच करीब एक घंटे की देरी से शुरू हुआ।
पायक्रॉफ्ट का जवाब और ‘माफी’
पीसीबी ने दावा किया कि पायक्रॉफ्ट ने पाकिस्तानी मैनेजर और कप्तान से माफी मांगी। हालांकि, बाद में यह साफ हो गया कि पायक्रॉफ्ट ने सिर्फ ‘गलतफहमी पर अफसोस’ जताया था, न कि किसी भी नियम के उल्लंघन को स्वीकार किया। आईसीसी ने भी पीसीबी को स्पष्ट कर दिया कि पायक्रॉफ्ट की ओर से किसी तरह का प्रोटोकॉल ब्रेक नहीं हुआ है। अगर उनके पास समय होता तो वह आईसीसी को जानकारी जरूर देते।
आईसीसी ने पीसीबी को दी चेतावनी
पूरे विवाद के बाद आईसीसी ने पीसीबी को चेतावनी जारी की। आईसीसी का मानना है कि यूएई से मैच से पहले पाकिस्तान टीम ने मीटिंग विजुअल्स को सोशल मीडिया पर साझा करके नियमों का उल्लंघन किया। बोर्ड से कहा गया कि भविष्य में इस तरह की हरकत दोहराई न जाए। इतना ही नहीं, नियमों के उल्लंघन और ड्रामे को लेकर आईसीसी पाकिस्तान टीम पर कार्रवाई करने पर भी विचार कर रहा है।

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