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आईपीयू दीक्षांत समारोह: ‘नरेला में एजुकेशनल हब के लिए बजट में किया 500 करोड़ का प्रावधान’, एलजी-सीएम हुए शामिल

गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शामिल हुईं। एलजी ने कहा कि जो शिक्षा किसी के जीवन में खुशी ना ला सके, वो किसी काम की नहीं।
उच्च शिक्षा हमारी प्राथमिकता होने के कारण नरेला में प्रस्तावित एजुकेशनल हब के लिए इस साल बजट में 500 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। मानवीय मूल्यों की पढ़ाई किताबों से संभव नहीं है।
दिल्ली के उपराज्यपाल एवं गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपीयू) के कुलाधिपति विनय कुमार सक्सेना ने यह बातें 17वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि जो शिक्षा किसी के जीवन में खुशी ना ला सके, वो किसी काम की नहीं। आईपीयू के द्वारका कैंपस में शुक्रवार को 17वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपराज्यपाल व यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति ने छात्रों को कहा कि आपके कंधों पर पूरे समाज और राष्ट्र की जिम्मेदारी है। इसके लिए छात्रों को संवेदनशील रहना होगा। दिल्ली को सुरक्षित हाथों में बताते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि एक मनुष्य पूरी दुनिया में परिवर्तन ला सकता है।
समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुईं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि हमारी प्राथमिकता दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें। आपसी भागीदारी से ही विकसित दिल्ली या विकसित भारत का लक्ष्य पाया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि डिग्री सही मायने में छात्रों के संघर्ष की गाथा है, उनके जीवन की असली परीक्षा अब शुरू होगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सस्टेनेबलिटी और एआई से देश की सूरत को बदलना होगा।
उन्होंने छात्रों से कहा कि सीखने की प्रक्रिया हमेशा जारी रहनी चाहिए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि इंडियन नेशनल साइंस अकादमी के अध्यक्ष प्रो. आशुतोष शर्मा ने देश में इनोवेशन कल्चर को प्रमोट करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नए स्टार्ट अप को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। वहीं, दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र ने कहा कि स्किल गैप को कम करने की जरूरत है।समारोह में 24,456 छात्रों को दी गईं डिग्रियां
समारोह में यूजी से पीएचडी स्तर के कुल 24,456 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इनमें 110 छात्रों को पीएचडी, 12 को एमफिल, 2, 624 को स्नातकोत्तर, 20, 739 को स्नातक, 483 को एमबीबीएस, 488 को एमडी, एमएस एवं आयुर्वेद वाचस्पति की डिग्री दी गई। इसके साथ ही इनमें से 74 छात्रों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए।

इंडियन नॉलेज सेंटर स्थापित किया जाएगा
दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉ महेश वर्मा ने यूनिवर्सिटी की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि जल्द ही विवि में इंडियन नॉलेज सेंटर स्थापित किया जाएगा। साथ ही इस बात की जानकारी दी कि यूनिवर्सिटी ने लगभग 100 एमओयू साइन किए हैं। जिसमें से 40 विदेशी संस्थानों के साथ है। समारोह में यूनिवर्सिटी की प्रगति यात्रा पर आधारित एक पुस्तक  इम्प्रेशंस: द आईपीयू जर्नी ऑफ एक्सीलेंस का लोकार्पण भी किया गया।

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