बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र की ओर से अपर्याप्त सूखा राहत दिये जाने के खिलाफ रविवार को पार्टी के अन्य नेताओं के साथ यहां विधान सौध में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया। विरोध-प्रदर्शन के दौरान नेताओं को नारों वाली तख्तियां लहराते हुए देखा गया, जिन पर लि था, “मोदी सरकार कन्नडिगाओं के कर का पैसा निगल कर उन्हें धोखा दे रही है।”
खालीपन एवं छल का प्रतीक गोल पानी का बर्तन ‘चोम्बू’ लिए हुए नेताओं ने केंद्र पर गंभीर सूखे की स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त राहत प्रदान करने में विफल रहकर कर्नाटक को धोखा देने का आरोप लगाया। शिवकुमार ने राज्य की ओर से असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र ने सूखे की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक 18,172 करोड़ रुपये की मांग को मंजूरी नहीं दी है। राज्य सरकार ने कर्नाटक के 236 तालुकों में से 226 को सूखाग्रस्त घोषित करके स्थिति की गंभीरता पर बल दिया है, जिससे 48 लाख हेक्टेयर भूमि में फसल के नुकसान की सूचना है।
सिद्दारमैया ने खुलासा किया कि राज्य की ओर से हस्तक्षेप के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के बाद भी केंद्र सरकार ने राज्य की मांग का केवल एक अंश जारी किया। उन्होंने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि जारी की गयी राशि राज्य की आवश्यकता की एक चौथाई से भी कम है। सिद्दारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शेष राशि जारी करने में तेजी लाने का आग्रह किया। उन्होंने हस्तक्षेप के लिए उच्चतम न्यायालय का भी आभार व्यक्त किया, जिसने केंद्र सरकार को सूखा राहत के मुद्दे के तुरंत समाधान के लिए मजबूर किया। यह विरोध-प्रदर्शन कर्नाटक में सूखा संकट की गंभीरता और केंद्र सरकार से पर्याप्त सहायता की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालने के लिए किया गया है।
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