पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत करवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मामले में जांच की जा रही है। मृतका की मां भानमती कि मानें तो 15 दिन पहले बेटी की सगाई रस्म हुई थी। आने वाली नवरात्र में शादी की तारीख तय होनी थी और दो महीने बाद शादी होनी थी। भानमती का ये भी कहना है कि लड़के के परिजनों से कई दिनों से बात हो रही थी। लेकिन लड़के वाले कुछ जवाब नहीं दे रहे थे। रुचि लड़के से अक्सर फोन में बात करती थी। गुरुवार को भी दोनों के बीच फोन पर बात हुई। इस दौरान लड़के ने रुचि से शादी को लेकर कुछ कह दिया। इसी से आहत होकर रुचि ने घर में अपने कमरे में फांसी लगा ली।
रुचि को फांसी के फंदे से उतारकर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां इमरजेंसी में तैनात डॉ। विपिन ने युवती को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि रुचि की जान बचाई जा सकती थी। लेकिन अस्पताल में ईसीजी मशीन नहीं थी। उन्होंने ईसीजी मशीन लाने में समय लगा दिया, जिस कारण युवती की जान नहीं बचाई जा सकी। परिजनों ने इसे लेकर अस्पताल में खूब हंगामा काटा। बात पुलिस तक पहुंची। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती के परिजनों को शांत करवाया। फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। क्राइम इंस्पेक्टर गुलाब चंद्र सोनकर ने बताया कि मामला आत्महत्या का है। लेकिन फिर भी हर एंगल से जांच की जा रही है।
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