आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में पत्नी के ह्रदय गति रुकने से हुए निधन के 12 घंटे के अंतराल में पति ने भी दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत से पति काशीराम बेहद दुखी था। सुबह से काशीराम के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। मिलने-जुलने वाले नाते रिश्तेदार लगातार उसे संभाल रहे थे। लेकिन उसपर किसी के समझाने का कोई असर नहीं हो रहा था। पत्नी के वियोग में उसकी भी सांसें थम गईं।
दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ फतेहाबाद के जोनेश्वर घाट पर किया गया। इस दौरान वहां मौजूद सभी की आंखें नम थीं। मौत से पहले दंपति दुनिया को एक साथ छोड़ने की बात कहते थे। बीते दिन उनकी बात सच साबित हो गई। दंपति की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
बता दें कि यह वाकया फतेहाबाद कस्बे के अम्बेडकर मोहल्ले का है। जहां पति-पत्नी का एक साथ संसार से चले जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। अंबेडकर मोहल्ले में कमलेश उर्फ़ मलूकी (58) की शादी 40 वर्ष पहले पूर्व गंगाराम का नगला निवासी काशीराम (65) के साथ हुई थी। शादी के 10 साल बाद कमलेश अपने पति काशीराम के साथ अपनी मां के घर अंबेडकर नगर में रहने लगी।
कमलेश हर रोज की तरह सोमवार सुबह घर का काम कर रही थी। करीब 10 बजे अचानक उनके सीने में दर्द होने लगा। कुछ ही देर में कमलेश की हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई। मृतक के भाई का नाम विजेंद्र है। विजेंद्र देहरादून में सरकारी अध्यापक के पद पर नौकरी करते हैं। विजेंद्र को बहन कमलेश की मौत की सूचना दी गई।
अंतिम संस्कार के लिए विजेंद्र के आने का इंतजार किया जा रहा था। लेकिन सोमवार को ही 12 घंटे बाद रात्रि में करीब 10 बजे कमलेश के पति काशीराम को अटैक पड़ गया, जिससे उनकी भी मौत हो गई। बीते मंगलवार को दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। एक ही दिन में पति-पत्नी की मौत की सूचना आसपास के गांवों में फ़ैल गई। लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।
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