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US: कौन हैं जेसन मिलर? जिन्होंने टैरिफ पर तनाव के बीच की ट्रंप से मुलाकात, भारत सरकार के लिए करते हैं ये काम

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जेसन मिलर की मुलाकात की हर ओर चर्चा हो रही है। मिलर ने ट्रंप और अन्य अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात का उद्देश्य तो नहीं बताया, लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रंप के साथ वाली एक तस्वीर सहित कई तस्वीरें पोस्ट कीं हैं।

अमेरिका में राजनीतिक लॉबिस्ट जेसन मिलर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन के कुछ अधिकारियों से मुलाकात की है। यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब भारत-अमेरिका के बीच संबंधों में टैरिफ को लेकर तनाव बरकरार है। मिलर ने सोशल मीडिया पर ट्रंप संग अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा की हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि वॉशिंगटन में शानदार सप्ताह बीता। इस दौरान दोस्तों से मुलाकात की और अंत में राष्ट्रपति ट्रंप से मिलकर बहुत खुशी हुई।

ट्रंप से जेसन की मुलाकात की हर ओर चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जेसन मिलर की मुलाकात की हर ओर चर्चा हो रही है। मिलर ने ट्रंप और अन्य अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात का उद्देश्य तो नहीं बताया, लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रंप के साथ वाली एक तस्वीर सहित कई तस्वीरें पोस्ट कीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट में लिखा कि वाशिंगटन में इतने सारे दोस्तों के साथ शानदार सप्ताह बीता। इस बीच हमारे राष्ट्रपति को काम करते हुए देखने का अवसर भी मिला। शानदार काम करते रहें। उन्होंने अपनी पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति को टैग किया है।
कौन हैं जेसन मिलर?
मिलर SHW पार्टनर्स एलएलसी के प्रमुख हैं, जिसे भारतीय दूतावास ने अप्रैल में कथित तौर पर एक साल के लिए 18 लाख अमेरिकी डॉलर में नियुक्त किया था। इस नियुक्ति के रूप में उनका काम भारत अमेरिका के बीच रणनीतिक परामर्श, अमेरिकी सरकार, कांग्रेस, राज्य सरकारें, अकादमिक संस्थान, थिंक-टैंक्स और अन्य प्रमुख हितधारकों से संबंध स्थापित करना था। उनकी नियुक्ति के पीछे का उद्धेश्य था कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, आर्थिक नीति और द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए वॉशिंगटन में अपना प्रभाव बढ़ाया जाए।
2016 में ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव में भी निभाई थी भूमिका
जेसन मिलर अमेरिकी राजनीति में चर्चित चेहरों में गिने जाते हैं। वे 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के मुख्य प्रवक्ता रह चुके हैं। 2020 व 2024 अभियानों में भी वरिष्ठ सलाहकार के रूप में जुड़े रहे। उन्हें 2016 में व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशंस डायरेक्टर के लिए नामित भी किया गया था, लेकिन उन्होंने वह पद नहीं संभाला।

ट्रंप के सुर नरम होने के बाद हुई मुलाकात
मिलर की ट्रंप से मुलाकात तब हुई है जब भारत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के सुर नरम पड़े हैं। ट्रंप की तरफ से भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ को दोगुना करके कुल 50 प्रतिशत कर दिए जाने के बाद नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों में खटास आ गई है। भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को अनुचित और अविवेकपूर्ण बताया है। संबंधों में आए तनाव दूर करने के प्रयासों के संकेत शुक्रवार को मिले जब राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-अमेरिका संबंधों को विशेष बताया और कहा कि वह हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मित्र रहेंगे। ऐसे में कहा जा रहा है कि मिलर की लॉबिंग गतिविधियां दोनों देशों के बीच संवाद बढ़ाने और तनाव कम करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।

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