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Russia-Ukraine: राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले- रूस के साथ युद्ध खत्म होने के बाद पद छोड़ने के लिए तैयार हूं

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एलान किया है कि अगर रूस के खिलाफ युद्ध खत्म हो जाता है वह राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हैं। मेरा मकसद जंग खत्म करना है और उसके बाद इस पद पर नहीं रहना चाहता हूं।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक समाचार वेबसाइट को बताया कि रूस के साथ युद्ध समाप्त होने के बाद मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। जेलेंस्की ने कहा, मेरा लक्ष्य युद्ध समाप्त करना है, न कि पद के लिए दौड़ना। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में जेलेंस्की ने दुनिया से इस युद्ध को खत्म कराने की अपील की थी। यूक्रेन में जंग की वजह से चुनाव अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए गए हैं

चुनाव मेरा लक्ष्य नहीं है- जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक्सियोस वेबसाइट को दिए एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, शांतिकाल में उनका यूक्रेन का नेतृत्व करने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यह भी वादा किया कि अगर युद्धविराम हो जाता है, तो वे संसद से चुनाव कराने का अनुरोध करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या युद्ध के बाद वे अपना पद छोड़ देंगे? इस पर जेलेंस्की ने जवाब दिया कि वे पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि मैं इस कठिन समय में अपने देश के साथ रहना चाहता था, अपने देश की मदद करना चाहता था। मेरा लक्ष्य युद्ध समाप्त करना है। जेलेंस्की ने कहा कि अगर युद्धविराम हो जाता है, तो वह यूक्रेन की संसद से चुनाव कराने का अनुरोध करेंगे।

बता दें कि 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को मार्शल लॉ के तहत स्थगित कर दिया गया था, जो फरवरी 2022 में रूस के पूर्ण आक्रमण के बाद यूक्रेन में लागू हुआ था। पूर्व हास्य कलाकार जेलेंस्की 2019 में चुने गए थे। साढ़े तीन साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध के बावजूद जेलेंस्की पर जनता ने विश्वास बनाए रखा है।

दुनिया में मानव इतिहास की सबसे विनाशकारी शस्त्र दौड़ चल रही : जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने विश्व नेताओं से कहा कि दुनिया में मानव इतिहास की सबसे विनाशकारी शस्त्र दौड़ चल रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को रूस के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूरोप में अपने युद्ध का विस्तार करना चाहते हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बैठक में जेलेंस्की ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसी कमजोर अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं यूक्रेन, गाजा और सूडान में युद्धों को रोकने में विफल रही हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून राष्ट्रों को बचाने के लिए पर्याप्त नहीं है। जेलेंस्की से एक दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित किया था और इस दौरान यूक्रेन के प्रयासों के प्रति समर्थन जताया और रूस की आलोचना की थी।

भारत हमारे साथ है: जेलेंस्की
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा था कि भारत हमारे साथ ही है और उम्मीद जताई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप से नयी दिल्ली का रूसी ऊर्जा क्षेत्र के प्रति रवैया बदलेगा। जेलेंस्की फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार के दौरान यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में चीन और भारत की भूमिका के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।

अमेरिका अक्सर भारत और चीन पर रूसी हथियार खरीदने का आरोप लगाता रहा है, जिसके बारे में राष्ट्रपति ट्रंप का दावा है कि यह हथियार यूक्रेन के खिलाफ मास्को के युद्ध में उसे धन मुहैया कराते हैं। जेलेंस्की ने कहा,मुझे लगता है कि भारत मुख्य रूप से हमारे साथ है। हां, हमारे पास ऊर्जा को लेकर कुछ सवाल हैं, लेकिन मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ट्रंप यूरोपीय (देशों) के साथ मिलकर इसे प्रबंधित कर सकते हैं तथा भारत के साथ अधिक मजबूत और करीबी संबंध बना सकते हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, और मुझे लगता है कि हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि भारतीयों को पैर पीछे नहीं खींचने पड़े और वे रूसी ऊर्जा क्षेत्र के प्रति अपना रुख बदलेंगे।

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