नीरज शुक्ला
फतेहपुर सीकरी। महान सूफी संत हजरत शेख सलीम चिश्ती की मजार शरीफ में गुस्ल की रस्म के साथ 455 वा सालाना उर्स प्रारंभ हो गया है। शुक्रवार सुबह फजर की नजर नमाज के पश्चात 5:00 बजे से हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के मुतवल्ली हजरत पीरजादा रईस मियां चिश्ती व सज्जादानशी पीरजादा अरशद फरीदी चिश्ती की मौजूदगी में गुलाब जल, केवड़ा, चंदन संदल व इत्र से सूफी संत हजरत शेख सलीम चिश्ती की मजार शरीफ में गुस्ल की रस्म अदा की गई। गुस्ल की रस्म में धर्मगुरु, अकीदतमंद मौजूद रहे। इस मौके पर मुल्क में अमन चैन और खुशहाली की दुआ की गई। सज्जादानशी पीरजादा अरशद फरीदी के अनुसार मज़हबी रवायतों के साथ बाबा का सालाना उर्स का आगाज हो गया है। गुस्ल की रस्म के पश्चात दरगाह शरीफ में शाही कव्वालों ने बाबा की शान में अपने कलाम व सूफी कव्वाली प्रस्तुत की गई।बाबा की टोपी-पटका के हुए दर्शन–गुस्ल की रस्म के साथ सालाना उर्फ आरंभ होने के पश्चात सूफी संत हजरत शेख सलीम की इबादतगाह (चिल्लागाह) में शुक्रवार शाम को पीरजादा रईस मियां चिश्ती ने पैगंबर मोहम्मद साहब ने चरण चिन्ह, बाबा का चोगा, पटका, टोपी एवं कलमी चित्र की जियारत कराई। जिसमे हजारो लोगो ने शिरकत की।
उर्स कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सज्जादानशीन अरशद फरीद चिश्ती ने बताया कि 22 मार्च से 29 मार्च 2025 बाद नमाज़ आसिर बुलंद दरवाज़ा पर मजलिसे मुबारक का आयोजन किया जाएगा जिसमें संदल व लंगर तकसीम किया जाएगा। 26 मार्च बुधवार को त़रावीह में मुकम्मल कुरआन करीम और महफिल ए नाते पाक,सलात व सलाम और दुआ की जाएगी, जिसमें प्रसिद्ध नात गो बारगाहे रिसालत स.अ.व. में नज़राने अकीदत पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि 28 मार्च शुक्रवार बाद नमाज़ त़रावीह क़दीम महफिल समा’ बमकाम नशिस्त सजादानशीं, 29 मार्च शनिवार महफिले ए मिलाद शरीफ बमकाम कचहरी,30 मार्च रविवार क़ुल शरीफ की रस्म अदा करने के बाद सूफ़ियाए कराम को तबरुकात तकसीम किए जाएंगे। इसके बाद मजार शरीफ हज़रत शेख सलीम चिश्ती (र. अ.) पर क़ुल शरीफ पर उर्स का समापन होगा।
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