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- पूर्वी दिल्ली लॉ कैंपस की आधारशिला सूरजमल विहार में रख दी गई है। झुग्गीवासियों के लिए 700 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। इससे 52,000 पुराने फ्लैट का पुनरुद्धार हुआ। जहां झुग्गी, वहीं मकान योजना के तहत 4,000 से अधिक परिवारों को पुनर्वास का लाभ मिलने जा रहा है।
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- सांसद निधि से चार करोड़ रुपये की लागत से पार्कों के पुनर्विकास, ओपन जिम, बच्चों के लिए खेल उपकरण और स्ट्रीट लाइट जैसी मूलभूत सुविधाएं स्थापित कराई।
- यातायात जाम और प्रदूषण पूर्वी दिल्ली की बड़ी समस्या रही है। गीता कॉलोनी श्मशान घाट के पास दो अतिरिक्त यू-टर्न बनवाए। कालिंदी कुंज चौराहे पर जाम से निजात के लिए एक पुल निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। सोनिया विहार में टोल प्लाजा को 300 मीटर यूपी की ओर शिफ्ट किया गया। प्रीत विहार से आईटीओ के बीच रेड लाइट फ्री रोड विकसित की जा रही है। खजूरी चौक के लिए भी ट्रैफिक प्लान तैयार है।
- दिल्ली भीड़भाड़ कम करने की योजना के तहत छह बड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर जोर देंगे। इनकी कुल लागत 23,850 करोड़ रुपये है। इनमें दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का विस्तार, यूईआर-दो के विभिन्न चरण, कालिंदी कुंज इंटरचेंज और एम्स से महिपालपुर एलिवेटेड कॉरिडोर जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।
85% वादे पूरे, यमुना पार विकास प्राथमिकता : मनोज तिवारी ( उत्तर पूर्वी दिल्ली)
- उत्तर-पूर्वी दिल्ली में यमुना विहार में पासपोर्ट कार्यालय खुला। दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध ओपन यूनिवर्सिटी का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। इसमें पांच लाख विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। इसके अलावा मेट्रो का फेज-4 कार्य प्रगति पर है, जिसमें मौजपुर से ट्रिपल डेकर मेट्रो (नीचे सड़क, फिर फ्लाईओवर और सबसे ऊपर मेट्रो) बन रही है।
- मैं 2014 से सांसद हूं। तब से लेकर अब तक अब तक 85% वादे पूरे कर दिए हैं। शेष 15% कार्य स्थानीय निकायों की अनदेखी और राजनीतिक विरोध के कारण रुके हुए हैं। मसलन, करावल नगर में काली घटा रोड, गामड़ी रोड का चौड़ीकरण और गोकुलपुर के बड़े नाले की सफाई जैसे कार्यों में स्थानीय सरकारों से सहयोग नहीं मिल पाया। अगले दो वर्षों में इन्हें पूरा करने का लक्ष्य है।
- हमने सभी क्षेत्रों में समान रूप से सांसद निधि का उपयोग किया। सभापुर को आदर्श गांव के रूप में विकसित किया, पार्कों में झूले, जिम, सार्वजनिक सुविधाओं के लिए निरंतर कार्य किए।
- सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम थी। वर्ष 2014 में मेट्रो नहीं थी, हमने शिव विहार तक मेट्रो पहुंचाई। मौजपुर में ट्रिपल डेकर मेट्रो निर्माणाधीन है। शास्त्री पार्क फ्लाईओवर और सीलमपुर ब्रिज के चौड़ीकरण से जाम में काफी राहत मिली है। अब यमुना पार के लोग अपने क्षेत्र को बेहतर मानने लगे हैं।
- अगले एक साल में सोनिया विहार का पुस्ता डबल करना, ट्रोनिका सिटी को जोड़ने वाला नया यमुना पुल बनाना, मेट्रो फेज-4 के तहत वजीराबाद, जगतपुर, सोनिया विहार और नानकसर स्टेशन को जोड़ना हमारी प्राथमिकताएं हैं। इसके अलावा नंद नगरी के डिस्ट्रिक्ट पार्क में सांसद खेल महोत्सव का भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा।
दक्षिण दिल्ली में विकास की पहचान बन रहे हाईवे : बिधूड़ी ( दक्षिण दिल्ली)
- दक्षिणी दिल्ली में डीएनडी से मीठापुर चौक होते हुए फरीदाबाद, पलवल और सोहना को जोड़ने वाला सिक्स लेन हाईवे बना है। 850 एकड़ इको पार्क में साइकिल ट्रैक, योगा सेंटर, सफारी, जैसी सुविधाएं हैं। पृथ्वीराज चौहान की हवेली का पुनरुद्धार एक ऐतिहासिक कार्य है। 262 करोड़ रुपये से गांवों में विकास कार्य और गांवों में बिजली कनेक्शन जैसे ठोस काम हुए हैं।
- हमारे कई वादों पर कार्य शुरू हो चुका है, जिनमें अनधिकृत कॉलोनियों का समाधान, गांवों के विकास के लिए बड़े बजट का आवंटन, बिजली-पानी की उपलब्धता में सुधार आदि प्रमुख है।
- सांसद निधि से हमने पार्कों का विकास कराया, ओपन जिम लगवाए, स्ट्रीट लाइट्स लगवाईं, नए नाले और फुटपाथ बनवाए। कई क्षेत्रों में नालियों की मरम्मत और साफ-सफाई के लिए भी निधि का प्रयोग किया गया।
- ट्रैफिक जाम और बुनियादी सुविधा की कमी बड़ी समस्या है। हाईवे कनेक्टिविटी को बेहतर करके यात्रा का समय तीन घंटे से घटाकर 30 मिनट कर दिया। गांवों में बिजली, पानी और नागरिक सुविधाओं के लिए 262 करोड़ रुपये का विशेष आवंटन हुआ। ग्राम सभा की जमीनों पर स्कूल, हॉस्पिटल, पार्क और खेल मैदान विकसित करने का रास्ता साफ किया गया है।
- हमारा प्राथमिक लक्ष्य है कि ओखला के पास तुगलकाबाद में स्थित कूड़े के पहाड़ को 2026 तक हटाना। गांवों में और नागरिक सुविधाओं का निर्माण करना। महरौली, साकेत, कुसुमपुर पहाड़ी जैसे इलाकों में सीवरेज और ड्रेनेज की समस्याओं का स्थायी समाधान कराना।
स्वास्थ्य सेवाओं पर हुआ कार्य : बांसुरी स्वराज (नई दिल्ली)
- नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में जल आपूर्ति और सीवरेज समस्याओं के समाधान के लिए बोरवेल, आरओ प्लांट और नालियों का निर्माण हुआ है। दिल्ली कैंट, नारायणा, झरेड़ा, मेहरम नगर आदि इलाकों में पीएनजी गैस पाइपलाइन को मंजूरी मिली है। सड़कें, फुटओवर ब्रिज और अन्य बुनियादी सुविधाएं विकसित की गई हैं, जिनमें परेड रोड से एनएच-48 तक की नई सड़क और जंगपुरा, इंद्रपुरी आदि इलाकों में एफओबी निर्माण शामिल हैं।
- ऑनलाइन समाधान पोर्टल का चुनावी वायदा अब पूरा है। अगले महीने इसे लॉन्च किया जाएगा। स्टार्टअप हब की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। जल प्रबंधन से संबंधित योजनओं मेंडबल इंजन की सरकार बनने के बाद उसमें गति आई है।
- 4.21 करोड़ रुपये की लागत से खेल, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता और शिक्षा से जुड़े कार्य कराए गए हैं। खेल के लिए बैडमिंटन मैटिंग, ओपन जिम, झूले और सिंथेटिक वॉकिंग ट्रैक बनाए गए।
- नई दिल्ली क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या जल आपूर्ति और जल निकासी रही है। इस दिशा में बोरवेल और पंप हाउस अपग्रेड किए गए। सीवर लाइनों का नवीनीकरण मुनिरका, ग्रेटर कैलाश और आरके पुरम आदि क्षेत्रों में पूरा किया गया है।
- अगले वर्ष में स्टार्टअप हब और स्किल सेंटर्स की स्थापना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वास्थ्य सेवा के विस्तार के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। डिजिटल पोर्टल को सार्वजनिक रूप से लॉन्च किया जाएगा और नागरिकों की शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता लाई जाएगी।
बुनियादी सुविधाओं से नई रफ्तार : चांदोदिया ( उत्तरी पश्चिमी दिल्ली)
- रिठाला से नरेला तक मेट्रो लाइन मिली है। यह कुंडली और नाथूपुर तक जाएगी। शाहबाद डेरी में 100 बेड का आयुष अस्पताल निर्माणाधीन है। यूआर-2 एक्सप्रेसवे से सोनीपत से द्वारका और एयरपोर्ट तक का सफर महज 30 मिनट में तय होगा। रोहिणी हेलीपैड से केएमपी तक 12-13 किलोमीटर एलिवेटेड रोड की डीपीआर बनाई जा रही है।
- मेरे अधिकांश वायदे पूरे हैं। 93 गांवों के विकास के लिए एलजी वीके सक्सेना ने 1200 करोड़ रुपये डीडीए को दिए। इससे फिरनी रोड, पार्क, नालियों और तालाबों का काम तेजी से हुआ है।
- सांसद निधि से अब तक सड़कों के निर्माण, पार्कों के विकास, फिरनी रोड की मरम्मत और 37 पारंपरिक तालाबों के जीर्णोद्धार का काम हुआ है। इनमें से 17 तालाब तैयार हैं। शाहबाद गांव में योगा सेंटर बनवाया गया, बच्चों के लिए झूले लगवाए गए।
- किराड़ी और घेवरा में रेलवे फाटकों पर रोड ओवर ब्रिज का काम शुरू हो रहा है। वहीं, नरेला बाईपास, जीटी करनाल रोड पर फुट ओवर ब्रिज, और मोहल्ला क्लीनिकों को आरोग्य मंदिरों में बदलने जैसे कदम उठाए गए हैं।
- अगले साल की मेरी प्राथमिकता एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट, मेट्रो विस्तार का तेजी से क्रियान्वयन, रेलवे ओवर ब्रिजों का निर्माण और नरेला बाईपास की स्वीकृति है। इसके साथ ही खेल सुविधाओं को बढ़ावा देना, आरोग्य मंदिरों और पॉलीक्लिनिकों को मजबूत करना भी मेरी योजनाओं में है।
जलभराव का समाधान : प्रवीण खंडेलवाल (दक्षिण पश्चिमी दिल्ली)
- चांदनी चौक की खूबियों को संरक्षित रखते हुए समृद्ध करने के लिए हमने कई योजनाएं लागू की हैं। अशोक विहार में झुग्गीवासियों को 1675 फ्लैट स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने सौंपे। मुनक नगर परियोजना को मंजूरी, पीतमपुरा रोड नं. 44 पर जल एवं सीवर प्रबंधन के लिए दो करोड़ रुपये की स्वीकृति, सीवरेज और सड़कों के सुधार के लिए व्यापक योजनाएं लागू की गई हैं।
- ज्यादातर चुनावी वायदे पूरे हैं। जहां तक अधूरे वादों की बात है, तो उसमें सबसे बड़ी बाधा रही बहु-एजेंसी समन्वय की जटिलता और न्यायिक स्वीकृतियां।
- सांसद निधि से स्कूलों में कंप्यूटर लैब, डिजिटल किट्स और छात्र हित की सुविधाएं दी, पेयजल और शौचालय की व्यवस्था की। पार्कों और ओपन जिम बने। कम्युनिटी सेंटर बनवाए।
- पुरानी दिल्ली और चांदनी चौक में जलभराव, सीवेज ओवरफ्लो, टूटे फुटपाथ, ट्रैफिक जाम, बिजली तारों की उलझन और पार्किंग के लिए एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और जल बोर्ड जैसी एजेंसियां साथ मिलकर काम कर रही है। सड़कों की मरम्मत, नालियों की डी-सिल्टिंग, स्ट्रीट लाइट्स लगी।
- अगला साल संवाद, समर्पण और समाधान का है। शाहजहानाबाद पुनर्विकास परियोजना का कार्यान्वयन, ई-लोडिंग ज़ोन, मल्टीलेवल पार्किंग और सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष की स्थापना, 24×7 पानी आपूर्ति प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट और ड्रेनेज सिस्टम का रिडिजाइन, नो डस्ट जोन योजना, जलभराव स्थलों का पुनर्निर्माण कराने पर जोर देंगे।
खेल, पानी, कनेक्टिविटी में सुधार : कमलजीत सहरावत (पश्चिमी दिल्ली)
- मेरे क्षेत्र पश्चिमी दिल्ली में खेलकूद को लेकर काफी काम हुआ है। एक नया गोल्फ कोर्स, दो स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स शुरू हो चुके हैं और एक और जल्द तैयार होगा। द्वारका एक्सप्रेसवे की वजह से दिल्ली-गुरुग्राम की कनेक्टिविटी बेहतर हुई। ग्रामोदय योजना के तहत हर गांव में करोड़ों रुपये के विकास कार्य हो रहे हैं।
- आयुष्मान भारत योजना लागू करने का बड़ा वादा पूरा किया। कम्युनिटी सेवाओं को बेहतर करना और पार्कों में सुधार जैसे वादों पर काम चल रहा है। द्वारका की 300 साल पुरानी बावली को हेरिटेज के रूप में संरक्षित किया गया है। ई-बसों को क्षेत्र में लाने का वादा भी अगले एक महीने में पूरा हो जाएगा। नजफगढ़ से नांगलोई मेट्रो कनेक्टिविटी का कार्य मेट्रो फेज-4 में शामिल हो चुका है।
- एमसीडी में फंड की कमी को ध्यान में रखते हुए सांसद निधि से पार्कों का नवीनीकरण, झूले, लाइट्स, बेंच और वाटर कूलर व आरओ प्लांट्स जैसे सुविधाओं को प्राथमिकता दी।
- सबसे बड़ी समस्या पानी की थी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य नवंबर तक पूरा हो जाएगा। पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर मुख्य मार्गों को प्राथमिकता पर ठीक कराया गया। साहिबी नदी के किनारों को दुरुस्त करने का काम भी शुरू हुआ है, जो ढासा बॉर्डर से लेकर पंजाबी बाग और तिमारपुर तक होगा।
- हमारी प्राथमिकता में भारत वंदना पार्क को समय पर पूरा कराना है। वहीं, हाईवे के साथ सर्विस लेन बनवाई जाएगी। गांवों में स्पोर्ट्स सेंटर, सिलाई सेंटर, पब्लिक लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं स्थापित करना है।
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