सूत्रों के मुताबिक, मिमी चक्रवर्ती ने पत्र में कहा कि वह मानसिक पीड़ा से जूझ रही हैं। मिमी ने यह भी दावा किया कि उन्हें कभी मंच पर, कभी फोन पर, कभी अन्य तरीकों से अपमान सहना पड़ा। उन्हें न केवल अपमान सहना पड़ा, बल्कि उपेक्षा भी सहनी पड़ी। पत्र में यह भी दावा किया गया है कि वह उस दर्द के बारे में बात खत्म नहीं कर सकती हैं। मालूम हो कि मिमी ने अपने पत्र में कहा था कि वह मानसिक पीड़ा के बारे में आमने-सामने बात नहीं कर सकती थीं, इसलिए उन्होंने पत्र में यह सब लिखा। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद तृणमूल सुप्रीमो उनसे बात करना चाहती थीं।
मिमी चक्रवर्ती के पत्र के बाद गुरुवार को उन्हें विधानसभा तलब किया गया था। विधानसभा में वह स्पीकर के कक्ष में सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की। ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद मिमी चक्रवर्ती ने फिर से कहा कि वह राजनीति में अब नहीं रहना चाहती हैं और न ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगी।
दूसरी ओर, अभिनेता और बीजेपी नेता रुद्रनील घोष ने कहा, ”मैं बहुत पहले ही बाहर आ गया था। मेरे जो मित्र वहां हैं, वो इस चोरी को बढ़ावा देने की, लोकतंत्र पर डाका डालने की साजिश को नहीं देख पा रहे हैं। कुछ लोग पहले अपना मुंह खोल रहे हैं, कुछ बाद में अपना मुंह खोल रहे हैं।
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