मदर्स डे: धूप में छांव सरीखी, मुश्किल में अवतार सी है मेरी मां… एक एहसास जो हर संकट में बढ़ा देता है विश्वास
मां की नींद, उसकी भूख, उसका आराम सब कुछ बच्चे की हंसी पर कुर्बान है। चाहे वो अस्पताल की ड्यूटी हो, दुकान की व्यस्तता हो या क्लासरूम की जिम्मेदारी। हर मां के दिल का एक कोना हमेशा अपने बच्चे के लिए धड़कता है। कामकाजी मां के लिए यह सफर और भी कठिन हो जाता है।
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