पिछले 12 दिनों के दौरान संपर्क में आने वाले लोगों को सख्ती से पृथक तथा संदिग्धों को अलग रखा जाना चाहिए। सभी के नमूने को प्रयोगशाला परीक्षण के लिए संग्रहण किया जाना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य में एक बहु विशेषज्ञ दल को मामले की जांच करने, महामारी विज्ञान संबंधों की पहचान करने और तकनीकी सहायता के लिए तैनात किया है।
इसके अतिरिक्त, राज्य के अनुरोध पर, आईसीएमआर ने रोगी प्रबंधन के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी भेजी है और संपर्कों से अतिरिक्त नमूनों की जांच के लिए एक मोबाइल बीएसएल-3 प्रयोगशाला कोझिकोड में पहुँच गई है। केरल में निपाह वायरस (एनआईवीडी) के प्रकोप की सूचना पहले भी मिल चुकी है, जिसमें सबसे हालिया प्रकोप 2023 में कोझिकोड जिले में हुआ था। चमगादड़ आमतौर पर इस वायरस के वाहक होते हैं और चमगादड़ से दूषित फल खाने से मनुष्य संक्रमित हो सकते हैं।
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