नोएडा। अपने प्यार के लिए पति को छोड़ और पाकिस्तान से आकर नोएडा में रही सीमा हैदर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। पाकिस्तान में रह रहे सीमा के पहले पति ने अपने बच्चों को वापस ले जाने के लिए भारत में एक वकील से संपर्क किया है। दरअसल, सीमा हैदर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जैकोबाबाद की रहने वाली है। पिछले साल मई में अपने बच्चों को लेकर वो नेपाल के रास्ते नोएडा आई थी। वो जुलाई में तब सुर्खियों में आई, जब नोएडा में पुलिस और एजेंसियों को उसके यहां रहने की भनक लगी थी और उसे उसके प्रेमी सचिन मीणा के साथ पकड़ा गया था।
पाकिस्तानी वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने कहा कि सीमा के पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर ने अपने चार बच्चों की कस्टडी पाने में मदद के लिए उनसे संपर्क किया था। इस पर उन्होंने भारत में वकील अली मोमिन से संपर्क किया और उनको इस केस की जिम्मदारी सौंपी। उन्होंने भारत में अदालत में कानूनी कार्यवाही शुरू करने के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी भी भेज दी है।
दरअसल, पाकिस्तानी वकली बर्नी अपने नाम से एक ट्रस्ट भी चलाते हैं, जो लापता और अपहृत बच्चों की बरामदगी के लिए काम करता है। उन्होंने पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदियों का भी प्रतिनिधित्व किया है। बर्नी का दावा है कि गुलाम का पक्ष मजबूत है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार कम उम्र के बच्चों का धर्म परिवर्तन निषिद्ध है।
उन्होंने कहा कि उसके बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं। कम उम्र के हैं, ऐसे में पिता को उन पर पूरा अधिकार है। बर्नी ने कहा कि गुलाम केवल अपने बच्चों को पाकिस्तान लाना चाहता है। बीते दिनों एक इंटरव्यू में सीमा ने कहा था कि उसने हिंदू धर्म अपना लिया है। उसने पाकिस्तान जाने से इनकार भी किया था। सीमा ने ये भी दावा किया कि बच्चों ने भी हिंदू धर्म अपना लिया है।
सीमा हैदर और सचिन के वकील एपी सिंह ने पीटीआई को बताया, ‘हमें ऐसे किसी भी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। जब हमें आधिकारिक तौर पर इसके बारे में पता चलेगा तो हम जवाब देंगे’। बताते चलें कि सीमा और सचिन के मामले की जांच वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते द्वारा की जा रही है। इसने स्थानीय नोएडा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ सप्ताह बाद जुलाई 2023 में दोनों को पूछताछ के लिए उठाया था।
सीमा मई में अपने चार बच्चों के साथ आई थी और गुप्त रूप से रबूपुरा इलाके में किराए के मकान में रह रही थी। दोनों को पिछले साल 4 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। फिर स्थानीय अदालत ने 7 जुलाई को उन्हें जमानत दे दी थी। तब से दोनों बच्चों के साथ रह रहे हैं।
No Comments: