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संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में हुई एक और गिरफ्तारी, पुलिस के हाथ लगे जले मोबाइल फोन

संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में दिल्ली पुलिस ने एक और आरोपी महेश कुमावत को गिरफ्तार किया है। इस मामले अब तक कुल 6 गिरफ्तारी हो चुकी है। इस बीच जांच टीम ने जले हुए मोबाइल के अवशेष, आरोपियों के कपड़े और जूते भी बरामद कर लिए हैं। महेश कुमावत को गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने कुमावत को सात दिनों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने 15 दिनों की रिमांड मांगी थी।

पुलिस ने बताया कि महेश पिछले 2 सालों से दूसरे आरोपियों से जुड़ा हुआ था और वह साजिश का हिस्सा था। लगभग सभी बैठकों में उसने भाग लिया। वह मुख्य आरोपी ललित झा के साथ मोबाइल फोन और सबूत नष्ट करने में सक्रिय रूप से शामिल है। जांच टीम ने महेश का इंस्टाग्राम डिकोड कर कई खुलासे किए हैं। महेश पर युवाओं को भड़काने के साथ-साथ वीडियो के जरिए उनका ब्रेन वॉश करने का आरोप है। वह अपने इंस्टाग्राम पर क्रांतिकारियों की तस्वीरें लगाता था।

महेश कुमावत ने ललित झा की छिपने में भी मदद की थी। उसके इंस्टाग्राम पोस्ट से खुलासा हुआ है कि वह सिर्फ आरोपियों को लॉजिस्टिक सहायता ही प्रोवाइड नहीं करा रहा था, बल्कि इस गुट और साजिश का अहम किरदार था। आरोपियों ने दिल्ली पुलिस को बताया कि इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड ललित झा है। सभी आरोपी सोशल मीडिया के जरीए जुड़े थे और एक-दूसरे को काफी दिनों से जानते थे। ये लोग इस घटना को अंजाम देने के लिए कई दिनों से प्लानिंग कर रहे थे।

सदन के अंदर गिरफ्तार हुए मनोरंजन डी ने पुलिस को बताया कि वह मार्च 2023 में संसद भवन की सुरक्षा की रेकी कर के गया और फिर अपना प्लान बनाया। वहीं, सदन के अंदर ही गिरफ्तार हुआ सागर शर्मा भी मार्च महीने में सदन के अंदर जाना चाह रहा था, लेकिन उसे पास नहीं मिला था।

पुलिस पूछताछ इन आरोपियों ने कई खुलासे किए। उन्होने बताया कि मार्च में रेकी के दौरान उन्होंने गौर किया कि सदन के अंदर जाने से पहले गहन चेकिंग तो होती है, लेकिन जूते की चेकिंग नहीं होती है। इस वजह से ये लोग अपने जूते में स्मोक स्टिक लेकर गए थे। 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया था, जब दो युवक सागर शर्मा और मनोरंजन डी लोकसभा के दर्शक दीर्घा से फ्लोर पर कूद गए। उसी समय दो अन्य नीलम और अमोल शिंदे ने सदन के बाहर नारेबाजी की।

इस दौरान चारों ने केन के जरिए पीले और लाल रंग का धुआं फैला दिया। चारों को उसी समय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं पांचवें आरोपी ललित झा ने 14 दिसंबर की रात को थाने में सरेंडर किया। सभी आरोपी 7 दिनों के रिमांड पर हैं और पुलिस पूछताछ कर रही है।

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